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गुलरिया चीनी मिल से पूरनपुर के किसानों के नाम निकाला गया लाखों रुपये का फर्जी ऋण, किसानों में रोष, शिकायतों पर जांच शुरू

– मुख्यमंत्री से शिकायत के बाद जांच शुरू, गन्ना विभाग के अधिकारी रुपया वापस कर मामला निपटाने में जुटे

-जिला गन्ना अधिकारी ने कहा चीनी मिल को ब्लैक लिस्ट कराने के लिए गन्ना आयुक्त को लिखेंगे

पूरनपुर। जनपद के गन्ना किसान गन्ना मूल्य भुगतान न मिलने से वैसे भी परेशान थे इधर गुलरिया चीनी मिल से दर्जनों किसानों के नाम से लाखों रुपए का फर्जी ऋण दवाइयों के नाम पर निकाल लिया गया और इस रकम को उनके गन्ना मूल्य से काट लिया गया। काश्तकारों ने जानकारी की तो उन्हें इस बात का पता लगा तो गन्ना विभाग के अधिकारियों से शिकायत की गई। मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज होने के बाद गन्ना विभाग में हड़कंप मच गया और विभागीय अधिकारी किसानों का रुपया वापस कराने में जुट गए हैं। उधर जिला गन्ना अधिकारी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए गुलरिया चीनी मिल को दवाइयां वितरण के लिए ब्लैक लिस्टेड कराने के लिए गन्ना आयुक्त को पत्र लिखने की बात कही है।
पूरनपुर गन्ना समिति क्षेत्र के चतीपुर, मुरादपुर, कुरैया, महुआगुंदे, रायपुर, बासुकपुर, पिपरा सहित सात गन्ना क्रय केंद्रों पर गुलरिया चीनी मिल गन्ना खरीदती है। चीनी मिल ने किसानों को ब्याज मुक्त दवाइयों व जिंक के नाम पर देने के लिए गन्ना आयुक्त से अनुमति ले ली थी और कहा था कि यह ऋण किसानों की सहमति से उनकी मांग पर उपलब्ध कराया जाएगा और इसे गन्ना मूल्य से काटा जाएगा। इस बीच चीनी मिल के कुछ कर्मचारियों ने मोटिवेटर की मदद से इस सुविधा में बहुत बड़ा घपला कर डाला। दर्जनों किसानों के नाम से लाखों रुपया बिना दवाइयां लिए ही फर्जी तरीके से निकाल लिया गया। चतीपुर क्रयकेन्द्र क्षेत्र में सबसे अधिक कटौती की गई। सपहा निवासी शिवदेव पुत्र रामेश्वर के 81000, उमेश पुत्र रामौतार के 62000, पुष्पा देवी के 13000, बागर निवासी राजेश सिंह के ₹120000 काटे गए। चतीपुर के 18 किसानों से लाखों रुपया काटा गया। इसकी शिकायत जिलाधिकारी को पत्र भेजकर किसानों ने की है। उधर इलाके के 35 किसानों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराते हुए गुलरिया मिल द्वारा फर्जी तरीके से कर्ज निकालने व गन्ना मूल्य से कटौती करने की शिकायत दर्ज कराई। इसकी जांच जिला गन्ना अधिकारी के माध्यम से पूरनपुर गन्ना समिति के सचिव को मिली है। सचिव श्री त्रिपाठी ने बताया कि शिकायत मिली है जिसकी जांच की जा रही है और गुलरिया चीनी मिल के जीएम को पत्र लिखकर किसानों का रुपया वापस करने को कहा गया है। सचिव ने बताया कि 3 दिन में पूरा रुपया वापस करा दिया जाएगा अगर ऐसा नहीं हुआ तो कार्रवाई होगी। उन्होंने चीनी मिल के कर्मचारी एमए खान व अमित शर्मा को इस क्षेत्र से हटाने को भी कहा है। उधर इस घपले की जानकारी लगते ही काश्तकारों में काफी आक्रोश है और वे गुलरिया चीनी मिल को गन्ना ना देने की बात कह रहे हैं। काश्तकारों का आरोप है कि फर्जी तरीके से इंडेंट भरकर बिना मांग व हस्ताक्षर के ही उनके खातों से लाखों रुपया काटा गया है। जब किसानों ने गुलरिया मिल जाकर हंगामा किया तो कुछ किसानों का आंशिक भुगतान वापस कर दिया गया।

मिल प्रतिनिधि कर रहे टालमटोल

इधर चीनी मिल के प्रतिनिधि एमए खान ने बताया कि मोटीवेटर ने चतीपुर क्षेत्र में घपलेबाजी की है। किसानों का रुपया वापस दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जीएम उपाध्याय ने फोन रिसीव नही किया। इस मामले से गुलरिया मिल की प्रतिष्ठा प्रभावित हो गई है और तमाम आरोप लग रहे हैं। मिल अफसर इलाके में आने से भी डरने लगे हैं। 

डीसीओ सख्त, मिल को कराएंगे ब्लैकलिस्ट

जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र मिश्रा ने बताया की इस मामले की जानकारी उन्हें नहीं है। वे पूरनपुर सचिव से जानकारी करके चीनी मिल के अधिकारियों से बात करेंगे और किसानों का रुपया वापस कराने के साथ ही कार्रवाई कराएंगे। उन्होंने कहा इस तरह ही गत वर्ष एलएच चीनी मिल ने भी किसानों का लाखों रुपया काट लिया था जिसे सख्त रवैया अपनाते हुए किसानों को वापस कराया गया। उन्होंने बताया कि चीनी मिलें लिखित रूप से शपथ पत्र देकर अवगत कराती है कि बिना किसानों की सहमति के कोई कटौती नहीं होगी।

गन्ना आयुक्त की अनुमति के बिना गन्ना मूल्य से कटौती अवैध

नियमानुसार गन्ना आयुक्त की अनुमति के बिना किसानों का गन्ना मूल्य नहीं काटा जा सकता परंतु किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने का बहाना बनाकर चीनी मिलें अनुमति लेकर गलत तरीके से कटौती कर रही हैं। गुलरिया मिल ने अनुमति ली थी या नही यह भी तय नही है। डीसीओ श्री मिश्रा ने बताया कि गुलरिया चीनी मिल को इस तरह के कटौती व ऋण वितरण के लिए ब्लैक लिस्ट करने के लिए गन्ना आयुक्त को लिखा जाएगा। उधर पूरनपुर के ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक को इस पूरे घपले की कोई जानकारी ही नही है। बोले पता करके कार्रवाई कराएंगे।

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