किसानों का रुपया लौटाने के लिए गुलरिया मिल प्रबंधन ने मांगी 4 दिन की मोहलत
-गुलरिया मिल के अफसरों ने 94 गांवों में घूमकर बनाईं घपले की सूची
-भाकियू नेता भी कूदे मैदान में दी आंदोलन की धमकी
पूरनपुर। किसानों के नाम फर्जी तरीके से लाखों रुपए का ऋण निकालने के मामले में जिला गन्ना अधिकारी ने सख्ती दिखाई है। उन्होंने किसानों का पूरा पैसा लौटाने के निर्देश गुलरिया चीनी मिल प्रबंधन को दिए हैं। उधर फजीहत के बाद गुलरिया चीनी मिल के अधिकारियों ने क्षेत्र का भ्रमण करके किसानों से मिलकर सूचना तैयार की। मिल अधिकारियों ने 30 अगस्त से पहले पूरा भुगतान किसानों के खातों में भेजने की बात कहते हुए मोहलत मांगी है। उधर भारतीय किसान यूनियन के नेता भी इस मामले में बीच में आ गए हैं और किसानों का भुगतान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
पूरनपुर गन्ना विकास समिति से जुड़े सैकड़ों किसानों के खाते से गुलरिया चीनी मिल के क्षेत्रीय वर्करों ने दवाई आदि देने के नाम पर फर्जी इंडेंट तैयार करके लाखों रुपए का ऋण निकाल लिया। चतीपुर क्रय केंद्र क्षेत्र में सर्वाधिक किसानों के साथ ठगी की गई। यह मामला उछला तो जिला गन्ना अधिकारी जितेंद्र मिश्रा ने गुलरिया चीनी मिल के प्रबंधकों से वार्ता करके किसानों का पूरा रुपया लौटाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो मिल प्रबंधन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों की धमकी के बाद गुलरिया चीनी मिल के जीएम रविंद्र त्यागी क्षेत्रीय प्रतिनिधि आरए खान संबंधित गांव में पहुंचे और उन्होंने पीड़ित किसानों से वार्ता करके उनके नाम फर्जी तरीके से निकाले गए ऋण की रकम अपने अभिलेखों में दर्ज की और किसानों को आश्वासन दिया कि बैंक खुलते ही उनके खातों में रकम भेज दी जाएगी। किसानों ने 4 दिन की मोहलतः ढ़ी है। काफी किसानों ने अधिकारियों से मिलकर फर्जी तरीके से ऋण निकालने पर नाराजगी जाहिर की और कई किसानों ने ऐसा करने के लिए धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराने की चेतावनी दी। अधिकारियों का कहना है कि एक मोटीवेटर ने फर्जी तरीके से इंडेंट तैयार करके किसानों के नाम पर जो रुपया निकाला है वह तीन लाख से कुछ अधिक है। जिसे तीन-चार दिन में वापस करा दिया जाएगा।
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रिपोर्ट दर्ज कराने से क्यों बच रहे अधिकारी
गुलरिया चीनी मिल प्रबंधन हो या फिर गन्ना विभाग के अधिकारी सभी घपलेबाजी तो मान रहे हैं पर सभी रुपया वापस करने की बात कह रहे हैं जबकि यह जघन्य अपराध है और इसमें धोखाधड़ी की रिपोर्ट कराई जानी चाहिए। जिला पंचायत सदस्य पति सोनपाल गौतम ने बताया कि गुलरिया मिल के अधिकारियों ने 4 दिन का समय मांगा है यदि इस समयावधि में किसानों को रुपया वापस नहीं किया गया तो किसानों की तरफ से घपला करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।
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