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आरोप : उधारी से बचने के लिए महिला ने हाफिज पर दर्ज कराया छेड़छाड़ का मुकदमा

हाफिज़ पर दर्ज मुकदमे का उलेमाओ सहित महिलाओं ने किया पुरजोर विरोध, मुकदमा निरस्त करने की उठ रही मांगें

पूरनपुर। लेन देन के मामले में महिला द्वारा छेड़खानी का आरोप लगाकर कोतवाली पुलिस को दी गई तहरीर के बाद सक्रिय हुए दर्जनों लोगों के दबाव में कोतवाली पुलिस ने सामाजिक व धार्मिक क्षेत्र सहित पुलिस प्रशासन के प्रत्येक जनहित के कार्य में अहम भूमिका निभाने वाले हाफिज नूर अहमद रजा अजहरी के विरुद्ध छेड़खानी करने सहित घर में घुसकर हमलावर होने सहित अन्य आरोपों के तहत कई धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया। जिस का उलेमाओं सहित आमजन व बुद्धजीवियों द्वारा विरोध किया जा रहा है। इसी क्रम में कई उलेमाओं ने बैठक कर पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को गलत बताते हुए मुकदमा निरस्त कराने की मांग की। वहीं हाफिज नूर अहमद अजहरी की अधिवक्ता पत्नी नाज़िया साबरी के नेतृत्व में दर्जनों महिलाओं ने उपजिलाधिकारी को पत्र देकर पति पर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए जांच उपरांत द्वेष भावना के तहत दर्ज कराए गए मुकदमे को निरस्त कराने की मांग की है।
विदित हो कि बीती 8 सितंबर को ग्राम पंचायत पूरनपुर देहात के मोहल्ला खानका निवासी नाजरीन पत्नी नवीन द्वारा पड़ोस में ही रहने वाले हाफिज अहमद अजहरी पर घर में घुसकर छेड़छाड़ करने तथा विरोध करने पर जान से मारने सहित अज्ञात लोगों के साथ पत्थरबाजी करने का आरोप लगाते हुए कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी। बताते हैं कि तहरीर देने के 2 दिन तक तो मामले में समझौता होने के आसार नजर आते रहे इसीलिए कोतवाली पुलिस ने भी कोई कानूनी कार्यवाही नहीं की। लेकिन जैसे ही राजनीतिक व सामाजिक क्षेत्र में अपनी मजबूत जगह बनाने वाले हाफिज नूर अहमद अजहरी के धुरविरोधियों को इसकी भनक लगी तो मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया। फिर क्या था सक्रिय धुरविरोधियों के प्रयासों व राजनीतिक दबाब में पुलिस अधीक्षक के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने पुलिस प्रशासन के सदैव सहयोगी रहे हाफिज नूर अहमद अजहरी के विरुद्ध छेड़खानी करने सहित घर में घुसकर धमकाने, साथियों के साथ पत्थरबाजी करने के मामलों में कई धाराओं में उन्हें नामजद कर दिया। हाफिज नूर अहमद अजहरी पर दर्ज रिपोर्ट की सूचना पर सैकड़ो लोगो ने उनके घर की राह ले ली और पूरे मामले की जानकारी लेकर पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई का पुरजोर विरोध करने का मन बनाया है। इसी क्रम में बीते दिन उलमा हुफ़्फ़ाज़ की एक बैठक हाफिज मोहम्मद असलम नूरी के आवास पर संपन्न हुई, जिसमें पुलिस द्वारा हाफिज नूर अहमद अज़हरी के विरुद्ध दर्ज किए गए मुकदमे को मनगढ़ंत बताते हुए उसे निरस्त कराए जाने की रणनीति पर विचार हुआ। इस मौके पर हाफिज मोहम्मद असलम नूरी ने कहा कि हाफिज नूर अहमद अजहरी एक सम्मानित व्यक्ति हैं। पुलिस प्रशासन को बिना किसी जांच के उन पर ऐसा मुकदमा नहीं दर्ज करना चाहिए था। बैठक में मौलाना फारूक रजा कादरी ने कहा कि सभी उलमा हुफ़्फ़ाज़ हाफिज नूर अहमद अजहरी के साथ हैं और पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को यदि निरस्त नहीं किया गया तो उलेमा आंदोलन करने तक को बाध्य होंगे।बैठक में हा0 शाकिर खान, हा0 जुबेर रजा बरकाती, हाफिज हा0 सज्जाद हुसैन कादरी, मौलाना जावेद खान, नबाब हुसैन, मौलाना मोइनुद्दीन खान, हाफिज मुस्ताक रजा, हाफिज मोहम्मद शमशाद, हाफिज फिरोज नूरी मीनू बरकाती आदि मौजूद रहे।
इधर हाफिज नूर अहमद अजहरी की अधिवक्ता पत्नी नाजिया साबरी ग्राम पंचायत पूरनपुर देहात की दर्जनों महिलाओं के साथ उपजिलाधिकारी चंद्रभानु सिंह के पास पहुंची और उन्हें एक पत्र देते हुए कहा कि उनके पति हाफिज नूर अहमद अजहरी के खिलाफ पड़ोस की रहने वाली नाजरीन पत्नी नवीन में जो छेड़छाड़ आदि का मुकदमा दर्ज कराया है, वह सरासर मनगढ़ंत और झूठा है। पत्र में कहा गया कि नाजरीन व उसके परिजनों द्वारा पति से उधार में लिए गए पैसे हड़पने के चलते ऐसे अनर्गल आरोप लगाकर उसके पति की रुसवाई की गई है। नाजिया साबरी ने एसडीएम से कहा कि पुलिस प्रशासन को पहले इस गंभीर मामले की जांच कराना चाहिए थी, उसके बाद उनके पति के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करना चाहिए थी। नाजिया साबरी ने कहा कि उल्टा चोर कोतवाल को डांटे की तर्ज पर पहले नाजरीन व उसके पति सहित अन्य परिजनों ने उनके घर में घुसकर पूरे परिवार डराया धमकाया था, जिसका चंद भले लोगों ने समझौता करा दिया था। इस कारण कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गयी थी और पैसे मांगने पर उक्त लोगों ने उल्टा उनके पति पर अनर्गल आरोप मढ़ते हुए मुकदमा तक दर्ज करा दिया। पत्र में जांच उपरांत दर्ज कराए गए मुकदमे को निरस्त कराने सहित निर्दोष पति के विरुद्ध साजिश रचने वालों पर कानूनी कार्रवाई किये जाने की मांग की गई है।

हाफिज पर लगा आरोप तो रिपोर्ट दर्ज

नाबालिग से बलात्कार करने वाले पर पुलिस मेहरबान क्यूँ

पूरनपुर। नाबालिक को घर से बुलाकर बेहोश कर साथ ले जाने तथा नशा देकर उसके साथ बारी-बारी बलात्कार करने के बाद कार्यवाही से बचने के लिए बालिग होने पर निकाह करने का प्रलोभन देने के मामले में पीड़ित पिता की तहरीर पर पुलिस ने दूसरे दिन भी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। जबकि यही कोतवाली पुलिस महज आरोपों के आधार पर किसी को भी नामजद करने में चूकती नहीं है।
ज्ञात हो कि ग्राम पंचायत पूरनपुर देहात के वार्ड नंबर 7 निवासी अतीक पुत्र हबीब अहमद ने कोतवाली पुलिस को दी तहरीर में कहा कि बीती 16 सितंबर को उसकी 14 वर्षीय पुत्री को मोहल्ले का ही रियाज मोहम्मद उर्फ राजू पुत्र इदरीश, वसीम अहमद पुत्र निसार अहमद नशे की दवा मिली बर्फी का टुकड़ा खिलाकर बेहोश होने पर अपने साथ लेकर चला गया। बताते हैं कि पीलीभीत में नशे की हालत में वसीम पुत्र निसार अहमद ने नाबालिग के साथ कई बार बलात्कार किया तथा लड़की के होश में आने पर विरोध करने पर उसने बालिग होने पर निकाह कर लेने की बात कही। आरोप है कि आरोपी की मां शायरा पत्नी निसार अहमद ने भी पीड़िता को कानूनी कार्रवाई न कराने तथा किसी को भी इस बाबत न बताने पर बालिग होने के बाद वसीम के साथ निकाह कराने की बात कही। जब पीड़िता व उसके परिजनों ने इसका विरोध किया तो उक्त सभी ने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। पीड़िता के पिता का कहना है कि उसने इस मामले में बीती 16 तारीख को ही कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी, लेकिन पुलिस ने अगले दिन आने को कहा और जब वह बीते दिन कोतवाली पहुंचा तो उसे पहले शाम 4:00 बजे रिपोर्ट दर्ज कराने और उसके बाद रात 9:00 बजे रिपोर्ट दर्ज करने की बात कहकर थाने से टरका दिया। यहां बता दें कि प्रदेश कोतवाली पुलिस ऐसे बलात्कार जैसे जघन्य अपराध को करने वाले आरोपियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज ना कर पीड़िता व परिजनों को कोतवाली के चक्कर लगवा रही है वहीं महज आरोप लगने पर पुलिस प्रशासन के सहयोग में सदैव तत्पर रहने वाले धार्मिक व सामाजिक क्षेत्र में एक अलग पहचान रखने वाले हाफिज नूर अहमद अजहरी पर एक महिला द्वारा छेड़छाड़ घर में घुसकर मारपीट करने के मामले में पुलिस मुकदमे को दर्ज करने में बिल्कुल देर नहीं लगाती है, जो कि हास्यप्रद होने के साथ-साथ चौंकाने वाला ही नही बल्कि एक सघन जांच का विषय है।

रिपोर्ट- शादाब अली

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