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लाइव देखिये किस तरह सिरसा के झाली तालाब से हो रहा है अवैध खनन

पूरनपुर सिरसा मे तालाब में हर रोज हो रहा है अवैध खनन। सिरसा के गांव के झाली ये अवैध तरीके से रेत निकाली जा रही है।
लगातार बढ़ते प्रदूषण और पर्यावरण की खराब होती हालत को देखते हुए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के निर्देशों के आधार पर केंद्र और प्रदेश सरकार की तरफ से खनन को लेकर पूरी गाइड लाइन बनाई गई है। खनन चाहे नदी से बालू का हो या फिर खेतों और तालाबों से हो, खनन करने के लिए बिना शासन की अनुमति के और मानकों के विपरीत खनन नहीं किया जा सकता है। पिछले कुछ सालों से खनन को लेकर शासन स्तर पर काफी कड़ाई भी की जा रही है, लेकिन सरकार की लाख कोशिशों के वावजूद भी अवैध खनन पर रोक नहीं लग पा रही है और इसका मुख्य कारण है खनन करने वाले माफियाओं की सम्बंधित अधिकारियों से अवैध सांठ गाँठ। यही वजह है कि जिले में खनन माफियाओं के हौसले इतने बुलंद है। जिले में कई भूमाफिया इतने पावर फुल हैं कि दिन हो चाहे रात बेरोकटोक धड़ल्ले से अवैध खनन करवा रहे है। वही जिले के आलाहाकिम है कि हाथ पर हाथ धरे तमाशा देख रहे है। और खनन माफिया रोजाना सैकड़ो ट्रक मिट्टी अवैध तरीके से खोदकर ले जा रहे है। लाइव देखिये खनन-

जिल पीलीभात तहसील पुरनपूर सिरसा मे तालाब मे हर रोज हो रहा है अवैध खनन।
सिरसा का तालाब झाली से अबैध तरीके रेत निकाली जा रही है।
कमरूल जमा.चंन्दा खां.युनूस खां आदि किसानो की खेती को अवैध खनन बाले खराब कर देते है बर्बाद कर देते है खेत की फसल बर्बाद कर रहे है।
भौगोलिक पर्यावरण की दृष्टि से तालाबों का विशेष महत्त्व है और तालाबों के मामले में देश की सर्वोच्च अदालत के साथ साथ ल्केंद्र और प्रदेश की सरकार तमाम निर्देश जारी किये हुए हैं। तालाबों में बरसात का पानी एकत्रित होने से जल संचयन होता है और इससे जल स्तर ठीक रहता है। तालाबों से बहुत जगहों पर सिंचाई भी की जाती है, लेकिन इस तालाब को जिस तरह से खनन माफिया खोद कर गहरा करते चले जा रहे हैं, इससे ग्रामीणों को बरसात में जान का भी खतरा होने के साथ ही गहरे तालाब के किनारे खेतों की मिटटी भी काटने का खतरा उत्पन्न होने की सम्भावना बढ़ गई है। जो सीढ़ी तौर पर फसलों को नुकसान पहुचायेगी।
अवैध खनन कर रहे मफिया रात मे लगभग 11. से 12 बजे खनन करते हैं। 

मीनू बरकाती

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