
बिलसंडा के पहाड़गंज में सूफ़ी बनारसी मियां का उर्स बड़े शानो-शौकत के साथ मनाया
#आपका मंगता हूं,दामन में छिपा लो मुर्शिद
लाज हर हाल में अब,मेरी बचा लो मुर्शिद#
बिलसंडा (पीलीभीत ) हज़रत ख़्वाजा सूफी अहमद कबीर शाह अलमारूफ़ वनारसी मियां रहमतुल्लाह अलैह का 18 वां सालाना उर्स शरीफ़ अकीदत के साथ संपन्न हो गया।
पीलीभीत जिले के तहसील बीसलपुर के गांव पहाड़गंज में पिछले 18 वर्षों से सूफी वनारसी मियां रहमातुल्ला अलैह का उर्स बड़े ही शानो-शौकत और अकीदत के साथ इस वर्ष भी संपन्न हुआ है। जिसमें देश भर के कोने कोने से ज़ायरीन तसरीफ लाये। विदित हो, सूफ़ी वनारसी मियां रहमातुल्ला अलैह आज से 18 साल पहले 118 वर्ष की उम्र में इन्तकाल फरमाया था । उर्स शरीफ़ में आने वाले सभी ज़ायरीनों का यहां के लोग ने तहेदिल से इस्तकबाल करते हैं। 10,11व 13 अक्टूबर तीन दिवसीय इस उर्स शरीफ़ में हजारों जायरीनों ने वनारसी मियां की दरगाह पर आकर मत्था टेका और घर कौम परिवार और मुल्क की तरक्की के लिए दुआएं मांगते हैं
। नातियां कलाम चादरपोशी,कुल शरीफ़ जलूस के साथ उर्स संपन्न हुआ। सुफियाना कलाम में अलीगढ़ से पधारे कव्वाल शमसुद्दीन हसन ने अपनी कव्वाली का समा बांधते हुए सुनाया–
*आपका मगता हूं,दामन में छिपा लो मुर्शिद।
लाज हर हाल में अब मेरी बचा लो मुर्शिद।*
इसके अलावा हैदर दिल्ली,दानिश रामपुर,सगीर बीसलपुर ने भी कव्वाली का समा बांधा। कुल शरीफ़ के दौरान जऩाव सूफ़ी बशीर मियां, सूफी कदीर मियां ने भी मुल्क की सलामती की दुआएं की। खटीमा( उत्तराखंड) से फ़िरदौस कवीरी,बंगलादेश से कलीमुल्ला भाई, बलिया से शाबिर भाई, कलकत्ता से जमशीद भाई, दिल्ली से फिदा हुसैन,आरजू, शराफ़त खां, इदरीश वेग, रफ्फ़न खां ने पेंशकश रखी। सज्ज़ादा सूफी खवीर मियां उर्फ कवीरी ने देश वासियों व कौम की दुआएं मांगी।
उर्स शरीफ़ कार्यक्रम के मुख्य संयोजक मों इरफान अहमद खां ने उर्स की व्यवस्था को चार चांद लगाने में हर इंतजामात किए। जाय़रीनों के सम्मान का भी पूरा ख्याल रखा। उर्स में हजारों की तादाद में अक़ीदतमंदों की भीड़ उमड़ी। जुलूस में भी भारी भीड़ रही।
रिपोर्ट-मुकेश सक्सेना एडवोकेट
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