निलंबित मास्टर फुरकान अली को बहाल करने को किया प्रदर्शन
बहाल नही किया तो बरेली उर्स ए रजबी के मंच से करेगे विरोध
बरकाती रजाकारों ने किया प्रदर्शन
नफरते तो देखिए स्कूल की दीवारो पर बने लाल किले को बता दिया मक्का मदीना
आज बरकाती रजाकारो ने बैठक प्रदर्शन कर रोष जाहिर किया बैठक मे फुरकान अली को बहाल करने प्रशासन को अनुरोध किया।
बरकाती रजाकार टीम ने कहा अगर फुरकान अली को बहाल नही किया गया तो बरेली उर्स ए आला हजरत के मंच से इसका जोरदार विरोध करेगे।जिसके लिये दरगाह ए आला हजरत के सज्जादा नशीन को पञ भेजने तैयारी हो चुकी है।
अल्लामा इकबाल ने 1902 में बच्चों के लिए लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी लिखी ताकि वह इससे अच्छा इंसान बनने की प्रेरणा लें इस दुआ का हिंदी अनुवाद यह है
मेरी इच्छाएं मेरे होठों पर प्रार्थना की तरह आती हैं।
की है ईश्वर मेरे जीवन को दीपक के समान बना।
मैं दुनिया का अंधेरा अपने दम से दूर कर सकूं हर जगह मेरे चमकने से उजाला हो जाए।
मेरे दम से मेरे वतन की इस तरह शोभा बड़े जिस तरह बागों की शोभा फूलों से होती है।
हे ईश्बर मुझे पतंगा बना दे जो ज्ञान के दीपक पर मंडराता रहा हूं।
हो मेरा काम ग़रीबों की हिमायत करना बुजुर्गों और परेशान लोगों से मोहब्बत करना।
हे ईश्बर बुराई से बचाना मुझको।
नेक जो रहा हो उस पर चलाना मुझको।
फुरकान अली प्रधानाध्यापक ने इसमे कौन सा गुनाह कर दिया। किसी धर्म के खिलाफ तो नही है यह दुआ यह हिन्दुस्तान के उज्जवल के लिये लिखी गई थी।
फिर इस पर इतना बबाल क्यू
अगर मास्टर फुरकान अली को बहाल नही किया तो आन्दोलन करने मे विफल होगे जिसकी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।
बैठक में. मीनू बरकाती.शाहरूक बेग.तकदीर खां.रीनू खां.समद खां.समीर खां.बिलाल कुरैशी.उबैस खां.
इमरान.बिलाडू.
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