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घूसखोरी के लपेटे में सरकारी योजनाएं, असली हकदार बंचित

घुंघचाई। भूमिहीन परिवार को आवास चिकित्सा राशन कार्ड शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाई। शासन की लाभकारी योजनाओं पर पक्षपात के कारण लोग वंचित हैं। जिससे सरकार की सर्वजन सुखाय सर्वजन हिताय की महत्वपूर्ण योजना पर अमल नहीं हो पा रहा है। जिससे लोगों में रोष देखा जा रहा है।

सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के नाम पर पात्र लोगों का आर्थिक दोहन भी किया गया। शासन द्वारा पात्र लोगों को पात्रता के आधार पर सरकारी आवास शौचालय खाद्यान्न कार्ड और स्वास्थ्य कार्ड उपलब्ध कराए जाने की बड़े पैमाने पर योजना चलाई गई जिससे निचले तबके को सुगमता से सरकार की नीतियों का लाभ मिल सके लेकिन घर घर बैठकर जनप्रतिनिधियों ने मनचाही सूचियां बनाई जिससे पात्र लोगों का उद्धार नहीं हो पा रहा है। मामला सिमरा ग्राम पंचायत के गांव ज्ञानपुर महोलिया का है। गांव निवासी रामपाल पुत्र बृजलाल परिवारिक बंटवारे के बाद युवक के हिस्से में चंद ईंटें मिली और कुछ जमीन। जमीन के नाम पर युवक भूमिहीन है और लंबे अरसे से रोग ग्रस्त हैं जिसके कारण परिवार का भरण पोषण भी युवक द्वारा मेहनत मजदूरी न मिल पाने से परिवार का भरण पोषण बमुश्किल हो पा रहा है। जिसके कारण युवक की पत्नी लोगों के यहां मजदूरी करके बीमार पति और तीन बच्चों की परवरिश कर रही है। इस परिवार को स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्ड भी नहीं दिलवाया गया वही स्वच्छता के नाम पर आम लोगों को शौचालय दिए जाते हैं लेकिन इस परिवार को पंचायत द्वारा यह भी सुलभ नहीं हो पाया है वही आवास के नाम पर गांव के चंद्र लोगों ने पात्र व्यक्ति को बहला-फुसलाकर रुपए भी लिए लेकिन आवास की सुविधा भूमिहीन को आज तक नहीं मिल पाई।  खाद्यान्न कार्ड ना मिल पाने से गरीब परिवार बमुश्किल अपनी गुजर-बसर कर रहा है। लाइव सुनिए पीड़ित की बात-

प्रकरण में जब ग्राम प्रधान से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि सर्वे सूची में पात्र होने के बावजूद युवक का नाम नहीं है जिसके चलते आवास की सुविधा नहीं मिल पाई वही खंड विकास अधिकारी नीरज दुबे ने बताया कि सूची में नाम न होने के कारण विभाग द्वारा आवास की सुविधा नहीं मिल पाई है। जांच कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। तब तक पात्र को शौचालय मुहैया कराया जाएगा अगर लोगों ने गलत तरीके से रुपए पीड़ित से लिए हैं तो जांच कर कार्रवाई होगी।

रिपोर्ट लोकेश त्रिवेदी

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