बीटीसी छात्रा की हत्या से दहला गाजीपुर
(निर्जेश मिश्र की रिपोर्ट)
– सपाईयों ने निकाला कैंडल मार्च, योगी सरकार को ठहराया दोषी
गाजीपुर। जिला गाजीपुर के बिरनो थाना क्षेत्र में दरिन्दों ने एक सनसनीखेज वारदात को अंजाम देते हुए बड़ी बेरहमी के साथ एक छात्रा की हत्या कर दी है।
दरअसल पूरा मामला मुस्तफाबाद काॅलोनी रजदेपुर का है। कालोनी की रहने वाली अलीशा मुखराम महाविद्यालय रुहीपुर में बीटीसी की छात्रा थी। वह शुक्रवार की सुबह कालेज जाने के लिए घर से निकली थी, लेकिन लौट कर नहीं आयी। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, परन्तु कोई सुराग नहीं लग सका। शनिवार को बिरनो थाना क्षेत्र के महमूदपुर ढेबुआं के बीच सड़क किनारे झाड़ी में कुछ ग्रामीणों ने अर्द्धनग्न अवस्था में एक युवती का शव देखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया। शिनाख्त के लिए उसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर पोस्ट की। सोशल मीडिया व समाचार पत्रों के माध्यम से अलीशा के परिजनों को खबर लगी। परिजन पुलिस के पास पहुंचे। जहां उन्होंने मृत युवती के हाथ में पड़े ब्रेसलेट के जरिए उसकी पहचान अलीशा के रूप में की। अलीशा मुख्य रूप से बाराकलां थाना गहमर जिला- गाज़ीपुर की रहने वाली थी। उधर अलीशा की हत्या से आक्रोशित गांव के लोगों ने कैंडल मार्च निकाल जोरदार विरोध दर्ज कराते हुए दोषियों की गिरफ्तारी कर उन्हें फांसी देने की आवाज बुलन्द की है। कैण्डल मार्च सपा नेता अताउर रहमान खान की अगुवाई में निकाला गया। बस स्टैंड से बारा कलां चौकी तक कैंडल मार्च निकालकर सभी ने दो मिनट का मौन रखा। सपा नेता ने इसकी कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी करवाई करने की मांग करते हुए अलीशा के घर वालों को पचास लाख मुआवजा दिए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था ध्वस्त है। योगी सरकार पूरी तरह से विफल है।
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