फार्म हाउस पर बरामद हुई साल की लकड़ी, वनकर्मियों ने की सांठगांठ
घुंघचाई। जनपद के जंगल टाइगर रिजर्व में चयनित कर लिए गए लेकिन समायोजन में मिले जंगलों पर आज भी वन माफिया हावी हैं जिसके चलते आए दिन बड़े पैमाने पर जंगल की बेशकीमती लकड़ी का कटान किया जा रहा है। मुखबिर की सूचना पर वन विभाग द्वारा लीपापोती करते हुए लकड़ी पकड़ी गई लेकिन इससे 3 दिन पहले भी जंगल के बेशकीमती पेड़ों को काटा गया था। विभाग की कार्यप्रणाली पर लोग प्रसन्न चिन्ह लगा रहे हैं। शाहजहांपुर जनपद से कटकर मडंनपुर वन क्षेत्र जनपद पीलीभीत में समायोजन के बाद आ चुका है लेकिन अभी तक इसकी देखरेख खुटार रेंज के अंतर्गत की जा रही है। जिसके चलते यहां के कर्मचारी मौज में हैं और ग्रामीणों के आरोप के आधार पर बताया गया कि मनचाहे तरीके से इस क्षेत्र के वन से मनचाही लकड़ी कटवाई जा रही है। गुरुवार को मुखबिर की सूचना पर थके हारे वन विभाग के लोग ना चाहते हुए भी उच्चाधिकारियों तक मामला ना पहुंचे लकड़ी पकड़ने के लिए मडनपुर चौकी क्षेत्र के पास एक फार्म पर अवैध रूप से संकलित की गई लकड़ी को पकड़ने के लिए पहुंचे लेकिन यहां साल की अवैध लकड़ी बड़े पैमाने पर पकड़ी गई लेकिन वन विभाग के कर्मचारियों द्वारा सांठगांठ कर मामले को दबाने के लिए महज 4 वरगे दिखाए गए। इस मामले में जब डीएफओ आदर्श कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुझे 18 वरगे की जानकारी मिली है। संबंधित आरोपियों पर विभागीय कार्रवाई करते हुए केस काटा गया है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जाएगी। वहीं 3 दिन पूर्व जंगल से 3 साल के पेड़ काटे गए थे जिसको लेकर के वन विभाग के कर्मचारियों पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है। इससे पहले भी कई बार बड़े पैमाने पर इस वन क्षेत्र से लकड़ी का कटान किया जाता रहा है।
मिलीभगत की सूचना पर पहुंचे डीएफओ, दिए संख्त कार्रवाई के संकेत
विभागीय अधिकारी एक ओर जहां जंगल के बेशकीमती पेड़ काटे जाने को लेकर परेशान थे वही निचले स्तर पर मौजूद वन विभाग के लोगों द्वारा बड़े अधिकारियों को भी भ्रमित किया गया और महज 4 वरगे बरामद करना बताया गया लेकिन मौके पर पहुंची बड़े अधिकारियों की टीम ने 18 वरगे घटनास्थल से बरामद किए और सूत्रों के अनुसार उसी जगह पर रेत के अंदर अन्य बड़े पैमाने पर जंगली की लकड़ी जो कीमती है दबी हुई है। उस पर मिलीभगत के चलते कार्रवाई नहीं की गई। घटनाक्रम की जब लोगों ने सूचना बड़े अधिकारियों को दी तो शाहजहांपुर डीएफओ आदर्श कुमार खुद देर रात मौके पर पहुंचे और उन्होंने स्पष्ट रूप से घटनाक्रम को देखने के लिए बारीकी से जांच पड़ताल शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि जो भी जंगल के साथ छेड़छाड़ करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी वहीं विभागीय अधिकारी यदि इस मामले में दोषी पाए गए तो उन पर सख्त कार्रवाई होगी।
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