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बिलसंडा के मीरपुर गांव में लानत भरी जिंदगी जीने को मजबूर बाशिंदे

*बिलसंडा का लाचार और बेबस गांव*

*मीरपुर- फिरसाह खारजा की सत्तर साल बाद भी नहीं धनी पुलिया*

*पड़ताल रिपोर्ट -मुकेश सक्सेना एडवोकेट की कलम से*

*बिलसंडा* पीलीभीत-शाहजहांपुर जिले की सीमा पर मीरपुर- फिरसाह के बीच बहने वाले ख़न्दनिया खारजा (नाले) अपनी जिंदगी की घुटन भरी दास्तां को सत्तर साल से सुनाएं जा रहा है,परंतु उसकी लाचारी पर कोई तरह भी तरह खाने को तैयार नहीं है। विदित हो,कि आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी छोटे खारजा की पुलिया तक सत्ता में बैठे सांसदों विधायकों जिला पंचायत अध्यक्षों एवं अधिकारियों ने बनवाना उचित नहीं समझा। जिस कारण बिलसंडा ब्लॉक मुख्यालय,

सरकारी अस्पताल, थाना बिलसंडा, तहसील मुख्यालय बीसलपुर, जिला मुख्यालय पीलीभीत, जायज दूरी से भी अतिरिक्त और भी कोसों दूर हो जाता है। आने वाले ग्रामीणों को अत्यधिक दिक्कत होती है। वर्षा के दिनों में यह गांव और गांव के लोग व्लाक क्षेत्र के लोगों से अपने होकर भी पराये नजर आते हैं। गंभीर मरीजो एवं छोटे छोटे बच्चो, महिलाओ को अत्यधिक कठिनाई आवागमन में होती है वही फिरसाह की ओर के की गांव के लोग जिन्दापुरा रेलवे स्टेशन जो मात्र 3 किमी दूरी पर है,वहाँ भी नहीं पहुंच पाते। और २५ किमी दूर बीसलपुर ट्रेन के लिए जाना पड़ता।

 

विचारणीय बात यह है,कि फिरसहा व मीरपुर एक ग्राम पंचयात है, यदि प्रधान से कोई कार्य है, तो भी आने जाने में दिक्कत होती है,यदि राशन दुकान से ग़ल्ला लेने जाना हो तो भी दिक्कत ही दिक्कत आवागमन को लेकर पुलिया के अभाव में होती है। यहां पर13 वर्ष पूर्व सडक बनी पर पुलिया व सडक की जगह पर अवैध कब्जे है। यहां झमपाबाग प्राचीन एवं ऐतिहासिक सांस्कृतिक धरोहर है मगर यहां अतिक्रमण एवं अवैध कब्जे हैं। यहां प्राचीन सतपुरुष जिंदगी पीर मजार है, जिस पर हर दिन दूर दूर से लोग मन्नते मांगने आते हैं। जिसमें हर जाति धर्म के श्रद्धालु का आना होता है। उसके चारों तरफ रास्ते भी खराब है।यह रास्ते -मुड़िया विलारा -फिरसहा मीरपुर, इलावांस सिमरा आदि को जाते है,।

*हैंडपंप लगाने तब से नहीं दी पानी की बूंद:अंग्रेज सिंह

*बिलसंडा* दो वर्ष पूर्व एक जल निगम का इंडिया मार्का हैंडपंप भी लगाया गया जो आज लगने के दिन से बंद पड़ा है यहां के सरदार अंग्रेज सिंह की मानें तो पहले दिन हैंडपंप ने पानी की जगह रेत दिया फिर कभी पानी की एक बूंद भी नहीं निकली। आज भी ठप है बिलसंडा सीडीओ को की बार प्रार्थना पत्र दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।

क्रांतिकारी विचार मंच के प्रदेश संरक्षक देवस्वरूप पटेल ने झमपाबाग पर प्राचीन कुआँ को पाटना एवं उसके आसपास के मोटे मोटे पीपल नीम गूलर के पेड़ काट कर अवैध कब्जे किए गए है।

*विकास के लिए करूंगा संघर्ष: देवस्वरूप पटेल

प्राचीन स्थल में पीपल (ब्रह्मदेव) की जगह पर जाने को खेत स्वामी ने जोत कर फसल बो देने का विरोध किया है। देवस्वरूप का आरोप है कि ग्रामप्रधान ने भी ग्रामपंचायत निधि /मनरेगा आदि योजनाओं में कोई कार्य नहीं कराया बल्कि जिससे सडक को झमपाबाग से विलाप मुड़िया तक ग्रामीणों ने श्रम दान से बनाया है, उसे मनरेगा में अंकित कर धन निकाल लिया। देवस्वरूप ने यह भी बताया कि ग्राम वासियो को कोटेदार द्वारा कोई राशन सामग्री नहीं दी जाती।
झमपाबाग को आबाद कराने, रास्ते व पुलिया के निर्माण, अवैध कब्जे व अतिक्रमण हटवाने सर्व धर्म के धर्म स्थल के स्थल का सौंदर्य कार्य कराने को लेकर क्रांतिकारी विचार मंच उत्तरप्रदेश प्रांतीय संरक्षक एवं किसान नेता देव स्वरुप पटेल ने तमाम क्षेत्र वासिओ के साथ पैदल सभी जगह जाकर ज्वलंत सामाजिक समस्याओ को देख व सुनने के बाद यह भी कहा कि सत्ता धारी भी नेताओं के साथ ही अधिकारियो की ओर से निरंतर उपेक्षा की वजह से इस क्षेत्र में विकास नहीं हो सका जिसको विकसित कराने को वह उच्च अधिकारियो को अवगत कराकर समाधान कराएंगे।
*रिपोर्ट मुकेश सक्सेना एडवोकेट*

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