त्रिवेणी घाट पर नमामि गंगे परियोजना के तहत स्थापित होगा गोमती वन
घुंघचाई। त्रिवेणी घाट घाटमपुर गोमती नदी के किनारे सामाजिक वानिकी के अधिकारियों द्वारा नमामि गंगे योजना के तहत पौधारोपण के कार्यक्रम को लेकर के जमीन का सर्वे किया गया और लोगों को बताया गया कि पौधारोपण से अविरल धारा और पर्यावरण में सामंजस्य के साथ गोमती के प्राकृतिक जल स्रोत सही और ठीक होंगे जिसको लेकर के लोगों में उत्साह देखा गया। केंद्रों और प्रदेश सरकार द्वारा नमामि गंगे योजना का शुभारंभ किया जा चुका है जिसके तहत प्रदेश के अलावा देश की विभिन्न पौराणिक नदियों का जीर्णोद्धार किया जाना है पहले ही न
गोमती नदी के चौड़ीकरण को लेकर के सीमांकन प्रक्रिया का कार्यक्रम राजस्व विभाग द्वारा किया गया था जिसको लेकर पहले से ही गोमती अनुआई काफी खुश है वहीं अब नमामि गंगे योजना के तहत प्रदेश मुख्यालय से सामाजिक वानिकी को गोमती नदी के किनारे औषधि और फलदार वृक्ष लगाने के लिए सर्वे करने का निर्देशन प्राप्त हुआ है पहले से ही उद्गम स्थल पर बड़े पैमाने पर यह कार्यक्रम हो चुका है अब गोमती की जमीन कहां है और यहां पर किस तरीके से यह कार्यक्रम प्रभावी हो सके इसको लेकर कार्य योजना बनाई जा रही है सामाजिक वानिकी के रेंजर याकूब हसन ने अपनी टीम के साथ त्रिवेणी घाट घाटमपुर में
पहुंचकर रविवार को नदी की जमीन का सर्वे किया और बताया कि जमीन के अलावा पटरी पर भी फलदार वृक्ष और औषधि पेड़ लगाए जा सकते हैं यहां पर हाईवे होने के कारण यह स्थान काफी उपयोगी है बाकी रिपोर्ट विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है राजस्व विभाग के कुछ जमीन ग्राम पंचायत के तहत नदी के किनारे उसको लेकर के एसडीएम को पत्राचार किया जा रहा है इस दौरान यहां पर मुख्य रूप से लक्ष्मण वर्मा अर्जुन प्रसाद बच्चू लाल मुस्ताक अहमद सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे।
रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी
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