बिलसंडा इंस्पेक्टर ने गुजरात से आए तेरह मजदूर को घर भिजवाया
*सभी का कोराना परीक्षण करके लाया गया था*
*घर आते ही खिले मजदूरों के चेहरे*
*बिलस॔ङा*। थाना क्षेत्र के अलग अलग गांव के तेरह मजदूर मजदूर लांक डाउन से पहले मजदूरी करने के लिए बिलस॔ङा से अहमदाबाद गुजरात भट्टा आदि पर गए थे परंतु कोराना कोबिद- 19 महामारी के चलते लांक डाऊन में फस गए थे। फंसे हुये मजदूरों को सरकार द्वारा गुजरात से ट्रेन द्वारा बरेली भेजा गया। बरेली सभी की पहले कोरोना कि जांच हुई। उसके बाद प्रशासन ने बरेली से रोडवेज से पुलिस फोर्स के साथ बिलसंडा भेजा, जब बरेली पुलिस थाना बिलस॔ङा लेकर मजदूरों को आयी तो सभी मजदूरों की लिस्ट के अनुसार थाना बिलसंडा के प्रभारी इंस्पेक्टर निरीक्षक नरेश कुमार कश्यप ने तस्दीक कराई और उनकी जांच आदि की पड़ताल की। कोरोनावायरस के चेकअप की रिपोर्ट आदि का अवलोकन किया। बरेली पुलिस ने भी बताया कि सभी मजदूरों का करोना चेकअप हो चुका है। जांच में सभी मजदूर सही पाए गए हैं। इंस्पेक्टर श्री कश्यप ने तुरंत थाने की फोर्स भेज कर सारे मजदूरों को उनके घर पर भिजवा दिया है। बाहर से आये मजदूरों में नन्ही देवी पत्नी पूरनलाल, सीता पुत्री पूरनलाल, विकास, राजीव,आकाश पुत्र पूरन लाल पूरन लाल पुत्र मंगू लाल सहित परिवार के सात लोग ग्राम शिव नगरा गोटिया के है और मनदीप पुत्र पंकज, सुरेंद्र पुत्र मनोहर लाल, राजकुमारी पत्नी सुरेंद्र सुनैना व काजल पुत्री सुरेंद्र पंकज पुत्र राजकिशोर छः लोग ग्राम मरौरी के शामिल थे। कुल तेरह लोग आये है इन ससी लोगों को इंस्पेक्टर प्रभारी निरीक्षक नरेश कुमार कश्यप जी ने मजदूरों को अपने अपने घरों पर भिजवा दिया है। मजदूरों के घर पहुंचते ही सभी के चेहरे खिल उठे, उन्हें जैसा लगा जैसे जिंदगी वापस लौट आई हो।
रिपोर्ट-मुकेश सक्सेना /राजेन्द्र वर्मा
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