
बदहाल हो गया लाखों की लागत से बना स्वास्थ्य उपकेंद्र
कासगंज (पीलीभीत) प्रदेश सरकार भले ही ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लाखों करोड़ों खर्च कर रही हो लेकिन अफसरों की लापरवाह कार्यशैली से प्रदेश सरकार की मंशा परवान नहीं चढ़ पा रही है।
पूरनपुर ब्लाक क्षेत्र की ग्राम पंचायत कबीरपुर कसगंजा में लाखों की लागत से लगभग १२ वर्ष पूर्व स्वास्थ्य उपकेंद्र का निर्माण कराया गया था। उप केंद्र में तमाम तरह की सुविधाएं दी गई है। लेकिन यह उप केंद्र संचालित ना होने की वजह से तमाम तरह की सुविधाएं बेकार साबित हो रही है। गांव में प्रसूता महिलाओं बच्चों के टीकाकरण के लिए बना एएनएम सेंटर विभागीय अधिकारियों की अनदेखी के चलते बदहाल पड़ा है। जर्जर इमारत के भीतर और बाहर खड़ी झाड़ झंकाड इस बात की गवाही दे रहे हैं। इसका कोई और पुरसाहाल नहीं है। विभागीय अधिकारियों की अनदेखी से पूरा भवन जर्जर हो गया हैं। भवन जर्जर होने के कारण कोई भी स्वास्थ्य कर्मी इस भवन में बैठने को तैयार नहीं है। जिससे स्थानीय ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों ने बताया की एएनएम टीकाकरण के लिए गांव में किसी ना किसी के दरवाजे या फिर प्राइमरी स्कूल में बैठकर टीकाकरण करने को मजबूर है। इससे जच्चा बच्चा और अन्य मरीजों को इलाज के लिए 18 किलोमीटर का लंबा सफर तय कर पूरनपुर सी.एच.सी जाना पड़ता है। सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च होने के बावजूद भी यहां के बाशिंदों को भारी असुविधा झेलनी पड़ रही है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस भवन को बहाल कर स्वास्थ्य सेवाएं दुरुस्त की जाए। जिससे स्थानीय ग्रामीणों को सरकार द्वारा दी गई स्वास्थ्य सेवाओं का संपूर्ण लाभ मिल सके।
रिपोर्ट कृष्ण गोपाल मिश्रा