
जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव : बाबा का दल व दिल बदलने के बाद हुई डॉक्टर दलजीत कौर की अप्रत्याशित जीत, जश्न मनाने में जुटे भाजपाई, गुरभाग सिंह ने जताया आभार
पीलीभीत। भाजपा से सपा में गए जयद्रथ उर्फ प्रवक्तानंद का दिल व दल नाटकीय अंदाज में आज पुनः बदल गया और उन्होंने सपा से कराया अपना नामांकन वापस लेते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी
डॉ दलजीत कौर की झोली में डाल दी। इस जीत का जश्न जनपद के भाजपा नेता व कार्यकर्ता मनाने में जुटे हुए हैं।
डॉक्टर दलजीत कौर के पति गुरुभाग सिंह ने कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों का आभार भी जताया है। उनके गांव में भी जश्न का माहौल है। जिस वार्ड नंबर 6 से डॉ दलजीत कौर सदस्य निर्वाचित हुई हैं उस क्षेत्र के लोग सबसे अधिक खुश हैं।
लिंक पर क्लिक करके सुनिये पर्चा वापसी के बाद क्या बोले स्वामी प्रवक्तानंद-
बार्ड 6 में खुशी से झूम उठे लोग, बांटी मिठाईयां
घुंघचाई। निर्विरोध भाजपा के प्रत्याशी की विजय की सूचना पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर खुशी का इजहार किया इस दौरान लोगों ने जय भाजपा तय भाजपा के उद्घोष लगाकर खुशियां मनाई । भाजपा छोड़कर सपा में सम्मिलित होकर नामांकन कराने वाले प्रवक्तानंद फिर से भाजपा में वापसी करते हुए अपना नामांकन वापस ले लिया जिससे भारतीय जनता पार्टी की ओर से प्रत्याशी रहे भाजपा नेता गुरभाग सिंह की पत्नी डॉ दलजीत कौर निर्विरोध निर्वाचित हो गई। जिसकी सूचना जब भाजपा के कार्यकर्ताओं को हुई तो उन में खुशी की लहर देखी गई। घुंघचाई के मेन बस अड्डे पर एकत्र हुए भाजपाइयों ने खुशी में दुकानदार और राह चलते लोगों को लड्डू खिलाकर मुंह मीठा कराया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भी एक दूसरे को मिठाई खिलाई और खुशी का इजहार किया। इस दौरान चप्पा चप्पा भाजपा, जय भाजपा तय भाजपा के उद्घोष लगे। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से देवेंद्र त्रिवेदी, दिनेश अवस्थी, संजीव त्रिवेदी, बबलू श्रीवास्तव, कृपा शंकर प्रजापति, अनिल अग्निहोत्री, राज बहादुर वर्मा, सुनील त्रिवेदी सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे वहीं भाजपा नेता गुरभाग सिंह ने सभी कार्यकर्ताओं का होटल शारदा में आभार जताया। लिंक पर क्लिक करके सुनिये क्या बोले गुरभाग सिंह-
भाजपा के जो मिलने से करते से इनकार वे ही पहना रहे हार
राजनीति भी अजब है। अनुशासित कही जाने वाली भाजपा में भी अंतरकलह बरकरार था। पहले गुरभाग सिंह की पत्नी डॉ दलजीत कौर को प्रत्याशी बनाए जाने पर ही पार्टी में काफी अधिक विरोध देखा गया।कई नेता ऐसे थे जो गुरभाग सिंह के नाम से ही विदक जाते थे। सदस्य बनने पर मिले भी नहीं और न बधाई ही दी। आज ऐसे नेता ही निर्विरोध निर्वाचन पर हार पहनाने सबसे पहले पहुंच गए।
'बाबा' ने फिर कर दिया, इतना भारी खेल।
जीत गई है भाजपा, गए सपाई झेल।
गए सपाई झेल खतम है दावेदारी।
जीत गईं 'दलजीत' कृपा 'गुरु' की है भारी।
कहते सभी 'अचूक' हमीं समझाया बाबा।
क्या-क्या खेला किया? जरा बतलाओ 'बाबा'।।
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सतीश मिश्र 'अचूक'
(कवि/पत्रकार)@satishm78000 @x8RZjK2ShjKacBH pic.twitter.com/JRddGUXENL— अचूकवाणी (@Satish78000) June 29, 2021
गुरभाग सिंह को अलग गुट में समझने वाले नेता भी आज उनके साथ दिखाई दिए। लोगों का कहना था कि सपा प्रत्याशी प्रवक्तानंद ही नहीं भाजपाइयों का दिल भी दलजीत कौर की इस जीत से शायद बदल गया है।
घाटमपुर मंदिर में संघ के उपदेशों से पिघले बाबा जी
संत महात्मा जब किसी धार्मिक स्थल पर होते हैं तो उनका मन स्वतः ही बदल जाता है। कुछ ऐसा ही सपा में गए जयद्रथ उर्फ स्वामी प्रवक्तानंद के साथ हुआ। वे सपा में चले तो गए परंतु भाजपाई उन्हें दोबारा वापस लाने में जुटे रहे परंतु उन पर कोई असर नहीं हुआ। बाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने यह जिम्मेदारी प्रांत के घोष प्रमुख व अभिलेखागार प्रमुख की जिम्मेदारी संभाल रहे घाटमपुर निवासी भाजपा नेता लक्ष्मण प्रसाद वर्मा के भाई ललित जी को दी गई। उनके साथ स्वामी प्रवक्ता नंद सोमवार को शाम 8 बजे से रात 10 बजे तक मंदिर में बैठे रहे और वहीं उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए समझाया गया। मंदिर में बजरंगबली बाबा के दरबार में सपा रिटर्न बाबाजी ना नहीं कर सके और यहीं से भाजपा में वापसी और नामांकन वापस लेने की पटकथा लिखी गई। बाबा जी ने वार्ता के दौरान चाय पी और घर की भुनी नमकीन खाकर सपा का मन नमकीन कर दिया। वे गोमती पुल से पहले गाड़ी से उतरकर मंदिर आये थे और गाड़ी आगे चली गई ताकि कोई जान न सके। अंदरखाने खबर यह भी है कि उन्हें एक विधानसभा क्षेत्र से आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा से टिकट देने की बात भी तय हुई। जिसके बाद बाबा का ह्रदय परिवर्तन हो गया। वार्ता में ललित जी के अलावा भाजपा के क्षेत्र समिति सदस्य राकेश मिश्रा अनावा शामिल रहे।
हालांकि अब कई नेता बाबा की वापसी का सेहरा अपने सिर बांधने में जुटे हुए हैं।
रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी।
संपादन-सतीश मिश्र।