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पराली जलाने को लेकर प्रशासन सख़्त, छापामारी करने खुद पहुंचे डीएम, जुते खेत मे पराली के अवशेष खोजने पर बिफरे किसान, अफसरों से हुई तीखी नोकझोक

घुंघचाई (पीलीभीत)। धान के अवशेष जलाने को लेकर प्रशासनिक अमला हरकत में आया और जिलाधिकारी ने प्रशासनिक टीम के साथ क्षेत्र के कई गांव में सघन छापामारी की। इस दौरान काश्तकारों ने टीम द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर विरोध किया।

उसके बाद अधिकारियों ने काश्तकारों को समझा-बुझाकर पराली ना जलाने के लिए कार्यशाला लगाकर पाठ पढ़ाया। इस दौरान काश्तकारों में प्रशासन की कार्रवाई से भय देखा गया ।

कोर्ट में पेशी के दौरान बड़े अधिकारियों की फटकार से जिले के आला अधिकारी हिल गए और आनन-फानन में काश्तकारों द्वारा धान के अवशेष जलाने की सूचना पर जिला अधिकारी वैभव कुमार श्रीवास्तव, उप जिलाधिकारी चंद्रभान सिंह के साथ प्रशासनिक अमला लेकर अभय पुर माधोपुर के अलावा क्षेत्र के बलरामपुर चौकी के कई गांव में देर शाम तक डटे रहे। इस दौरान अभय पुर माधवपुर में जब पराली जलाने का कोई मामला सामने नहीं आया तो विभागीय अधिकारी जुते हुए धान के खेतों में हाथ घुसा कर परौली के अवशेष जले हुए ढूंढते देखे गए। इस दौरान अधिकारियों द्वारा कार्रवाई के निर्देशन पर ग्रामीण भड़क गए और अधिकारियों द्वारा बेमतलब की कार्रवाई का विरोध किया गया। देखें वीडियो-

तो अधिकारियों को भी समझ में आया कि जब परौली जलाते हुए कोई किसान नहीं मिला तो कार्रवाई करना ठीक नहीं। देखिये वीडियो-

तभी एक कार्यशाला गांव के गुरुद्वारे में ग्राम प्रधान और गणमान्य लोगों के माध्यम से बुलाई गई और खुद जिला अधिकारी ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि

पर्यावरण से खिलवाड़ ठीक नहीं, यह भविष्य के लिए काफी दुखदाई है। हम सबका दायित्व है कि पर्यावरण का पूरा ख्याल रखें किसी भी तरीके से किसी काश्तकार द्वारा परौली जलाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। देखिये वीडियो-

किसानों ने भी कार्यशाला में जिला अधिकारी और तमाम अधिकारियों को आश्वस्त किया कि वे धान के अवशेष नहीं जलाएंगे। वही जिलाधिकारी ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए तुरंत ही कृषि विभाग के ट्रैक्टर और अवशेष को नष्ट करने वाली मशीनें बुलाकर मौके पर ही ट्रायल करवाया और इस दौरान परौली को नष्ट करने वाली रसायनिक दवाइयां डलवा करके जैविक खाद बनाने का भी तरीका काश्तकारों को बताया गया। आपके द्वारा अपने खेतों में सुगमता से यह सब कम लागत में संभव हो सकता है जिसकी किसानों ने भी सराहना की।

किसानों का यह आरोप था कि समय रहते अगर प्रशासन पहले से ही किसानों को इस तरीके से जागरूक करता तो जनपद के कई किसान मुकदमे से बच सकते थे। वहीं देर शाम तक जिलाधिकारी वैभव कुमार श्रीवास्तव घुंघचाई बलरामपुर चौकी क्षेत्र के अंतर्गत गांव में खुद निगरानी करते हुए देखे गए । 

पराली जला रहे 2 किसानों को हिरासत में लिया

धान के अवशेष जलाने पर प्रतिबंध है और पुलिस भी इसको लेकर काफी सक्रिय हो गई है। सोमवार की रात घुंघचाई पुलिस ने छापामारी कर पराली जला रहे काश्तकार मनोहर लाल मेवाराम रजनीश गुड्डू को हिरासत में दिया। प्रभारी चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि सभी को सुसंगत धाराओं में जेल भेजा जा रहा है। वही मंगलवार की रात भी देर शाम तक पुलिस का यह कार्यक्रम जारी रहा। वही लंबा क्षेत्रफल चौकी बलरामपुर घुंघचाई का होने के कारण पुलिस के पास कोई वाहन न होने से काफी समस्याएं आ रही हैं। जिससे समय रहते एक तरफ जहां पहुच नही हो रही है वही ऐसी वारदातों को रोकने के लिए साधन के अभाव में पुलिस असहज है।

मीडिया कर्मियों ने भी की किसानों से उगाही, डीएम से शिकायत, होगी करवाई

किसानों से पराली जलाने में कार्रवाई न होने देने के नाम पर कुछ मीडियाकर्मियों ने भी उगाही की है। इसकी शिकायत किसानों ने आज डीएम से की जिसपर डीएम नाराज हुए और इस मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वाशन भी दिया। 

रिपोर्ट-पंडित लोकेश त्रिवेदी

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