
पूर्व विधायक पीतमराम के निधन से अधूरे रह गए भविष्य के सपने, सुनिये किस बेबाकी से देते थे जबाव
पीलीभीत। पूर्व विधायक प्रीतमराम शारदा नदी के पुल सहित कई ऐसे विकास कार्य थे जिन्हें दुबारा पूरनपुर से विधायक बनकर कराना चाहते थे परंतु अब उनके निधन के बाद यह सब सपना बनकर रह गया है।
“पूरनपुर में निरो दलाल” कहने का साहस करने वाले पीतम राम आज हमारे बीच नहीं हैं। वे नहीं रहे पर उनका यह डायलॉग पूरनपुर के लोग शायद कभी नहीं भूल पाएंगे। अपने व्यवहार व सरलता के लिए उन्हें जाना जाता था। कम पढ़े लिखे होने के बावजूद भी वे लोगों की बात सुनते थे और उसे उचित मंच पर उठाकर काम भी कराते थे। विधायक न रहने पर भी कलेक्ट्रेट में यह धोतीधारी नेता अक्सर जनता के साथ नजर आ जाता था। उनकी कमी लोगों को हमेशा खलेगी। आइये आपको सुनवाते हैं उनका 2 वर्ष पुराना एक इंटरव्यू। जब उन्होंने समाचार दर्शन 24 के संपादक सतीश मिश्र के साथ कई मुद्दों पर विस्तार से बात की थी-
पीतमराम कोविड काल में भी काफ़ी बीमार रहे। कोविड काल मे बेहतर उपचार से उन्हें बचा लिया गया परन्तु बीतीरात उन्होंने बरेली के अस्पताल में अंतिम सांस ली। दो तीन दिन पहले तबियत बिगड़ने पर उन्हें बरेली के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पैतृक गांव ऐमी में होगा अंतिम संस्कार
पूर्व विधायक पीतमराम का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव ऐमी में होगा। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार प्रातः दस बजे उनके पार्थिव शरीर को ऐमी ले जाया जाएगा। तत्पश्चात उनका अंतिम संस्कार होगा।
पुत्रवधू को सौंपी थी राजनैतिक विरासत
अपनी राजनैतिक विरासत अपनी पुत्रवधू आरती महेंद्र को सौप गए थे। आरती सपा प्रत्याशी के रूप में पूरनपुर से मैदान में हैं। चुनावी दौर में पीतमराम के निधन से उन्हें क्या सियासी नफा नुकसान होगा यह कहना अभी मुश्किल है।
उनके निधन से परिजनों, सपाइयों, मित्रों व उनके शुभचिंतकों में शोक देखा जा रहा है। तमाम लोग उनके निधन पर सोशल मीडिया पर शोक संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं। पूरनपुर विधायक बाबूराम पासवान, पूर्व मंत्री हेमराज वर्मा,सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा, वरिष्ठ अधिवक्ता धीरेंद्र मिश्रा, व्यापारी नेता अफरोज जिलानी, पूर्व सपा जिलाध्यक्ष आनंद सिंह यादव, भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल मिश्रा, ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि आशुतोष दीक्षित, कौशल वाजपेयी, आशीष शुक्ला, सच्चिदानंद वर्मा, गुरुमंगद सिंह, संदीप खंडेलवाल, किसान नेता बलजिंदर सिंह, दुष्यंत शुक्ला, पीतमराम के भांजे राजकुमार उर्फ राजू ने भी दुख जताया है। मेरी तरफ से भी शोक संवेदनाएं सादर समर्पित हैं।
सतीश मिश्र, संपादक समाचार दर्शन 24