
शिवानन्द ने कारगिल युद्ध में दुश्मन को खदेड़कर जीती थी जंग, अब भाई व बेटा भी संग
घुंघचाई। कारगिल में हुए युद्ध में पाकिस्तानियों को खदेड़ने के साथ ही बहादुर सेना ने इंच इंच जमीन वापस ले ली थी। हालांकि इसमें हमारे वीर सैनिकों को शहादत भी देनी पड़ी। इस दौरान क्षेत्र के सैनिक शिवानंद कई पाकिस्तानियों को मौत के घाट उतारने के बाद वह घायल हो गया था। जिसके शौर्य कौशल की आज भी लोग प्रशंसा करते हैं जो अब चीन सीमा पर मुस्तैदी से अपने फर्ज को निभा रहा है। पूर्वांचल के लोग हरदोई ब्रांच नहर के पास रहते हैं। जहां के शिवानंद यादव में भी सेना में जाने का जुनून था। कड़ी महेनत कर शिवानंद को अपने रण कौशल को दिखाने का मौका भी मिला। उन्हें टास्क दिया गया कि वे बटालिक चोटी को खाली कराएं। जहां पर पाकिस्तानी घुसपैठिए काफी ऊंचाई पर बैठे थे। शिवानंद यादव की बहादुर पैरा बटालियन के अन्य साथियों के साथ रात में धीरे धीरे कर बटालिक चोटी की ऊंचाइयों पर चढ़ने लगे। सुबह होते ही बरसात के साथ अब सामना पाकिस्तानी घुसपैठियों से होने वाला था । उन्होंने बताया कि घुसपैठियों ने हमारी टुकड़ी के लोगों को देख लिया और फायर करने लगे लेकिन हम लोग पत्थरों की ओट में पोजीशन लिए बैठे रहे।फिर हम सभी ने एक साथ दुश्मन पर फायरिंग करना शुरू कर दिया। जिसमें बड़ी तादात में पाकिस्तानी घुसपैठिए मार गिराए। कुछ भाग खड़े हुए इस दौरान उनके कमर में एक गोली लग गई जिससे वह घायल हो गए। दूसरी गोली कनपटी को छूती हुई निकल गई लेकिन फिर भी घायल रणबांकुरे ने अपनी पोजीशन संभालते हुए कई पाकिस्तानियों को मौत की नींद सुला कर तिरंगा फहराया गया। मामले की जानकारी सेना के उच्च अधिकारियों को दी गई जिस पर सभी खुश भी थे और अपने साथियों के खोने का गम भी था।
घायल शिवानंद को मेडिकल के लिए आर्मी के बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। फिर कुछ दिनों के मेडिकल रिलीफ पर घर भेज दिया गया। मामले की जानकारी जब लोगों को उस समय लगी थी तब लोग अपने इस घायल रण कौशल करने वाले सैनिक का अभिनंदन करते नहीं थके। शिवानंद यादव को दुश्मन से दो-दो हाथ करने का अवसर मिल गया। जिसको उन्होंने पूरी जिम्मेदारी के साथ निभाया भी। अब उनका बेटा विकास भी सेना में है और एक भाई शशिकांत भी देश की सेना में हिमांचल में पूरी मुस्तैदी के साथ ड्यूटी कर रहे हैं। शिवानंद यादव पदोन्नत होने के बाद चीन सीमा पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें