यह क्या जिले के इकलौते जीवित स्वतंत्रता सेनानी को सम्मानित करना भूल गया प्रशासन
हजारा (पीलीभीत) : भारत को गुलामी से आजाद कराने वाले सैनानी की शासन-प्रशासन मदद तो दूर 26 जनवरी को सम्मानित तक नहीं किया। यह व्यवहार अशोकनगर के सैनानी रनवीर सिंह चौधरी के साथ हुआ है।
जिले की तहसील पूरनपुर के शारदा पार कटान पीडित गांव अशोकनगर में सैनानी ने भारत को आजाद कराने में अंग्रेजों से लोहा लेकर लड़ाई लड़ी। इस दौरान कई बार जेल भी गए। प्राणों की बिना परवाह कर गुलामी से मुक्त कराया। हर कोई उन्ही लोगों की वजह से गर्व करता है। इसके वावजूद सेनानी सरकार की सुख सुविधा के मोहताज है। सैनानी पिछले 8-10 बर्षो से घर आवागमन के लिए पक्का रास्ता और रोशनी के एक सौर ऊर्जा लाइट के लिए तहसीलदार से लेकर डीएम तक बार-बार पत्राचार करते आ रहे हैं। किन्तु उनकी मांग पूरी नही हो सकी। इस बार तो प्रशासन ने उन्हे गणतंत्र दिवस पर सम्मानित तक नही किया। जबकि हमेशा गणत्रंत दिवस और स्वंत्रता दिवस पर एसडीएम या तहसीलदार उनके घर टीम के साथ पहुंचकर शाल ओढ़ाकर सम्मानित करके मुह मीठा कराते या फिर जिले पर बुलाकर सम्मानित किया जाता रहा। इस बार 26 जनवरी को प्रशासन ने सेनानी को सम्मानित नही किया। इतना जरूर है प्रशासन ने खानापुरी किए जाने के नाम पर जिले पर आने के लिए हजारा पुलिस से सन्देश भिजवा कर पल्ला झाड लिया। इस सन्देश पर सैनानी ने अपनी समस्याएं बता दी । जिलाधिकारी डॉ अखिलेश कुमार मिश्रा ने बताया कि सेनानी को कस्तूरी के मंच से बड़े कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
रिपोर्ट-बबलू गुप्ता
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