पूरनपुर के आचार्य देवेंद्र “देव” को मिलेगा अभा अटल बिहारी बाजपेई पुरस्कार, कौमी एकता सप्ताह के समापन पर हुए सम्मानित
मध्य प्रदेश साहित्य अकादमी ने की घोषणा, पूरनपुर में कौमी एकता सप्ताह के समापन पर हुआ सम्मान
इस लिंक से सुनिये आचार्य देवेंद्र देव का पूरा इंटरव्यू-
पूरनपुर/पीलीभीत। साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद्, मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग, भोपाल द्वारा अखिल भारतीय 13 एवं प्रादेशिक 15 कृति पुरस्कार कैलेण्डर वर्ष 2018 के पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। पीलीभीत के सुप्रसिद्ध कवि व साहित्यकार आचार्य देवेंद्र देव
को अखिल भारतीय अटल बिहारी बाजपेयी सम्मान कविता के क्षेत्र में उनकी कृति ‘हठयोगी नचिकेता’ पर घोषित हुआ है। सूचना मिलने पर स्थानीय कवि व साहित्यकारों में खुशी की लहर दौड़ गई और उन्होंने पूरनपुर के तहसील सभागार में कौमी एकता सप्ताह के समापन अवसर पर तहसील प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आचार्य देवेंद्र देव को सम्मानित किया।
इस लिंक से जानिये कि अब तक कितने महाकाव्यों की रचना कर चुके हैं आचार्य देवेंद्र देव-
पूरनपुर के मोहल्ला चौक निवासी आचार्य देवेंद्र देव देश के बड़े कवि व साहित्यकार हैं जो अब तक 50 पुस्तकें लिख चुके हैं। उन्होंने 21 महाकाव्य लिखकर विश्व में हिंदी महाकाव्यों में सर्वोपरि स्थान प्राप्त किया है। अब तक उन्हें दर्जनों सम्मान व पुरस्कार मिल चुके हैं।
अब मध्य प्रदेश सरकार ने भी उन्हें एक लाख रुपये का अटल बिहारी बाजपेई पुरस्कार घोषित किया है। सूचना मिलने पर आचार्य देवेंद्र देव को पूरनपुर तहसील के अंबेडकर सभागार में राष्ट्रीय कौमी एकता सप्ताह के
समापन अवसर पर संरक्षण दिवस पर आयोजित विचार व काव्य गोष्ठी में सम्मानित किया गया। रोटरी क्लब रायल्स व रेडक्रास सोसायटी के कौशलेंद्र सिंह भदौरिया व अन्य लोगों ने उन्हें सम्मानित किया। इस दौरान श्री देव के सम्मान में वरिष्ठ कवि अंशुमाली दीक्षित, अमिताभ मिश्र-
देव शर्मा विचित्र, सतीश मिश्र अचूक, विकास आर्य स्वप्न, राजेश राठौर, स्वाभिमान सिंह
गोविंद वर्मा आदि ने काव्य पाठ किया। समाजसेवी जैगम खां
व हाजी रियाजत नूर खां, पत्रकार रामनरेश शर्मा व अतिनेश शुक्ला आदि ने भी विचार रखे और श्री देव का स्वागत व सम्मान किया। मुख्य अतिथि के रूप में इस कार्यक्रम में पहुंचे आचार्य देवेंद्र देव ने काव्य पाठ किया-
इस लिंक से सुनिये–
और कहा कि अपने लोगों के बीच रहकर काफी अच्छा महसूस होता है। उन्होंने कविता लेखन के साथ उसके सही उच्चारण व वाचन के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
कौमी एकता कायम रखने पर भी कवियों ने रचना पाठ किया। जल, जंगल वन्यजीव व पर्यावरण संरक्षण मुख्य केंद्र
बिंदु में रहे। पर्यावरण संरक्षण के लिए अधिकाधिक पेड़ लगाने का आवाहन भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ कवि अंशुमाली दीक्षित
और संयोजन व संचालन सतीश मिश्र अचूक ने किया।
इस कार्यक्रम का आयोजन उपजिलाधिकारी आशुतोष गुप्ता व तहसीलदार ध्रुव नारायण यादव द्वारा किया गया था। इस लिंक से सुनें व देखें कौमी एकता सप्ताह के शुभारम्भ अवसर पर तहसील प्रशासन द्वारा आयोजित काव्य व विचार गोष्टी की पूरी कवरेज-
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