
पूछ रही बूढ़ी महिला : साहब, जेब मे नही धेला, कैसे होगा मेरी बेटी का निकाह?
पीलीभीत : योगी सरकार गरीब बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह जैसी कई योजनाएं चला रही है।इतना ही नहीं शादी अनुदान की राशि 35000 से बढ़ाकर सरकार ने 51000 कर दी है परंतु योजना का समुचित प्रचार-प्रसार ना होने के कारण अभी भी गरीब इस योजना से वंचित हैं और उन्हें लाभ नहीं मिल पा रहा है। 1 दिन पूर्व इसी तरह शहर के मोहल्ला शेर मोहम्मद भित्तियों का इमामबाड़ा के पास की रहने वाली 65 वर्षीय कनीज बेगम विकास भवन पहुंची। वृद्धा को नहीं मालूम कि शादी की योजना का लाभ कहां और कैसे मिलेगा? कोई जानकारी देने वाला भी नहीं था। कुछ पत्रकार वहां पहुंचे तो महिला को जिला समाज कल्याण

अधिकारी के दफ्तर में किसी तरह लेकर गए और महिला की बात अधिकारी के समक्ष रखी। महिला ने बताया कि उसकी बेटी रुखसार का निकाह कुछ लोगों ने 14 फरवरी को तय करा दिया है लेकिन उसके पास फूटी कौड़ी भी नहीं है तो वह निकाह के खर्च का बंदोबस्त कैसे करें? अधिकारी ने उसकी बात तो सुनी परंतु कोई ऐसा खास आश्वासन वृद्धा को नहीं मिल सका जिससे जिससे वह खुद को चिंतामुक्त महसूस कर सके। जनपद में 9 फरवरी को सामूहिक शादियां भी हो रही हैं । ऐसे में अगर जिला प्रशासन इस महिला की बेटी का निकाह इस कार्यक्रम में करा दे या उसे एकल विवाह योजना का लाभ दिलवा दे तो इस गरीब की काफी मदद हो जाएगी।
रुखसार के पिता की मौत काफी पहले तब हो गई थी जब वह बहुत छोटी थी। कनीज बेगम के हाथ जब तक चलते रहे तब तक वह लोगों का चौका बर्तन झाड़ू पोछा करके अपनी बेटी को पालती रही। अब काम न कर पाने के कारण उसके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ऐसे मेंं वह निकाह केे खर्च की व्यवस्था कैसे पाए। समाजसेवियों को भी इस पर ध्यान देना होगा।
(वरिष्ठ पत्रकार तारिक कुरेशी की कलम से)
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