♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

रात को दो बजते बजते थम गई घायल बाघ की साँसें, समय से उपचार न मिलने से हुई मौत

घुंघचाई।  बाघ के आतंक का हुआ अंत। रात में करीब 2: 00 बजे हुई  बाघ की मौत। पीएम के लिए विभागीय टीम लेकर रवाना  हुई। बहुत हद तक विभाग ही रहा जिम्मेदार। लेटलतीफी के कारण घायल बाघ को समय रहते नहीं मिल सका उपचार। अगर समय से उपचार मिलता तो बच जातीजान। बुधवार करीब 4 बजे मजदूरों पर हमले के बाद हुआ था मानव वन्य जीव संघर्ष। पौन दर्जन लोगों पर हमला के बाद ग्रामीणों ने बाघ को पीटा था। पीटीआर की टीम ने शाम को बाघ को एक तरफ जाल लगाकर जंगल तरफ खदेड़ने का प्रयास किया गया पर बाघ चल नही पाया। उसे ट्रेंकुलाइज करके उपचार देने की जरूरत थी जो नही दिया जा सका।

 

 

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000
preload imagepreload image
20:41