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बाघिन से खतरनाक निकले सांड, 12 को हमला कर किया घायल, 2 की हालत गंभीर

घुंघचाई।  बाघिन ने तो सिर्फ 9 लोगो पर हमला किया था आवारा पशु उससे भी आगे निकल गए और खेत पर काम कर रहे किसानों पर हमलावर हो गए। सांडों के हमले से दो महिलाओं सहित 12 लोग घायल हो गए। दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने समूह के साथ पहुंचकर बिगड़ैल पशुओं को भगाया। घायलों को उपचार के लिए भेजा गया है ।ग्रामीणों की मांग है कि आए दिन हमलावर आवारा पशुओं पर रोकथाम लगाई जाए। बड़े पैमाने पर आवारा पशु लोगों के लिए सिर दर्द बने हुए हैं। किसानों के खेतों में बड़े पैमाने पर जहां यह पशु नुकसान पहुंचा रहे हैं वही लोगों पर हमलावर होकर उन्हें घायल कर रहे हैं। जिनमें कई लोगों की जान भी चली गई । चौकी क्षेत्र के गांव कबीरपुर कसगंजा के अंतर्गत झुरकुरिया है । जहां गांव निवासी राजाराम वर्मा, जसवंत खेतों में देखरेख करने के लिए गए हुए थे। इसी दौरान आवारा पशुओं को खेतों में घुसा देखकर उन्हें भगाने का प्रयास करने लगे। तभी बिगड़ैल पशु उन पर हमलावर हो गए और दोनों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस दौरान खेतों में काम कर रहे अन्य किसान मौके पर उन्हें बचाने के लिए पहुंचे लेकिन पशुओं ने उन्हें भी नहीं बख्शा और निरंतर गांव निवासी विमला देवी, सुरजा देवी, हेतराम, संतराम, कन्हई लाल, अमित के अलावा भैसासुर निवासी राजपाल, विजय कुमार को भी घायल कर दिया। मामले की जानकारी पर कई ग्रामीण समूह में खेतो पर पहुंचे और आवारा पशुओं से बमुश्किल लोगों को बचाया। आनन-फानन में घायलों को उपचार के लिए भिजवाया गया । लोगों के अनुसार राजाराम और जसवंत पशुओं के हमले में गंभीर रूप से घायल हैं जिन को बाहर रेफर किया गया है। आए दिन पशुओं के हमले में लोग घायल हो रहे हैं लेकिन रोकथाम के कोई उपाय ना होने के कारण ग्रामीण परेशान है।

कई की हो चुकी है मौत

 लगातार आवारा पशु लोगों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। घाटमपुर निवासी बाइक सवार सुखदेव, अभय पुर माधोपुर निवासी सुखविंदर सिंह के अलावा कसंगजा निवासी एक दम्पति रमपुरा कपूरपुर में पशुओं से टकराकर घायल हुआ थे जिसमें दो पूर्व व्रत लोगों की पहले ही मौत हो चुकी थी और महिला की भी गंभीर चोटें लगने से मौत हो गई थी। बीते कुछ दिन पूर्व कन्हई लाल और उसके एक साथी आवारा पशुओं से टकराकर उपचार करा रहे हैं। जिनकी हालत गंभीर बताई जा रही है। इसके अलावा भी कई लोग पशुओं से टकराकर घायल हुए हैं लेकिन आवारा पशुओं को रोकने के लिए कोई भी शासन की ओर से रोकथाम नहीं की गई।

ग्राम प्रधान दे चुके सूचना, सुनवाई नहीं

सरोज बाजपेई, प्रधान कसगंजा

काश्तकारों के लिए पहले से ही यह आवारा पशु जी का जंजाल बने हुए थे लेकिन इन्हें रोकने का कोई उपाय अभी तक नहीं हो पा रहा है । ग्राम प्रधान जगदेव सिंह जग्गा, वीरेंद्र प्रताप सिंह, सुखचैन सिंह के अलावा कबीरपुर कसगंजा प्रधान सरोज बाजपेई ने बताया कि

वीरेंद्र प्रताप सिंह, प्रधानपति घुंघचाई

आवारा पशुओ के आश्रय स्थल के लिए कई बार विभागीय लोगों को अवगत कराया गया लेकिन उस पर कोई रोकथाम नहीं लग पा रही है। जिससे काश्तकार परेशान है और लोग पशुओं के हमले से घायल हो रहे हैं।

रिपोर्ट-पंडित लोकेश त्रिवेदी

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