कलीनगर की ताहिरा को गोल्ड मैडल देकर राज्यपाल ने किया सम्मानित

परास्नातक परीक्षा में पाया सर्वोच्च स्थान
पीएचडी कर प्रोफेसर बनने की चाहत

माधोटांडा। सफलता उन्हीं लोगों को मिलती है जो पूरे मन से प्रयास करते हैं ऐसी ही एक मिसाल थाना माधोटांडा क्षेत्र के कस्बा कलीनगर के इस्तखार की पत्नी ताहिरा खानम ने पेश की और लोगों के लिए नजीर बन गई सोमवार को महात्मा ज्योतिबा फुले रोहिलखंड विश्वविद्यालय के 17वे में दीक्षांत समारोह में रोहिलखंड विश्वविद्यालय के अलग-अलग विषयों की परीक्षाओं में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती के द्वारा गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया इस मौके पर जनपद पीलीभीत के थाना माधोटांडा क्षेत्र के कस्बा कलीनगर निवासी ताहिरा

खानम पत्नी इस्तेखार को रोहिलखंड विश्वविद्यालय के संबद्ध वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी गवर्नमेंट महिला महाविद्यालय बरेली से परास्नातक होम साइंस की परीक्षा में प्रथम श्रेणी उत्तीर्ण कर रोहिलखंड विश्वविद्यालय में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के द्वारा गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया ताहिरा को गोल्ड मेडल मिलने से परिवार कस्बा और क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर दौड़ गई हर कोई उन्हें उनकी इस कामयाबी पर बधाईयां दे रहा है

मायके से लेकर ससुराल तक पढ़ाई के प्रति सजग रही ताहिरा

ताहिरा खान के पिता महबूब अहमद खान जो कि उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में कार्यरत हैं उन्होंने बतलाया ताहिरा प्रारंभिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक पढ़ने में होनहार विद्यार्थी के रूप में सदैव रहे उन्होंने बीएससी की परीक्षा पुष्प इंस्टीट्यूट से उत्तीर्ण करने के बाद एमजेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय के संबद्ध महाविद्यालय वीरांगना रानी अवंती बाई लोधी गवर्नमेंट महिला महाविद्यालय बरेली में परास्नातक होम साइंस की पढ़ाई जारी रखी यहीं से ताहिरा ने परास्नातक होम साइंस की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण कर रोहिलखंड विश्वविद्यालय में टॉप किया

पढ़ाई के साथ परिवार की भी निभाती है कुशल जिम्मेदारी

ताहिरा खानम पढ़ने में होनहार होने के साथ ही साथ परिवार की जिम्मेदारियों को भी बखूबी निभा रही ताहिरा के पिता महबूब अहमद खान उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा में कार्यरत हैं ताहिरा ने बताया वह अपनी पुत्री माहिरा के साथ खेलते हुए अपनी पढ़ाई भी लगातार जारी रखती है पति और पुत्री व परिवार के अन्य लोगों को पूरा समय देती है जो शेष समय बचता उसमें पढ़ाई जारी रखती उसके परिवार वाले उसकी पढ़ाई को लेकर सदैव प्रोत्साहित करते रहे ताहिरा की कामयाबी से पति इस्तखार खान सहित परिवार के लोग बेहद खुश हैं

पीएचडी कर प्रोफेसर बनने की चाहत

ताहिरा खानम ने बताया कि वह आगे की भी पढ़ाई जारी रखेंगी अब उनका मकसद होम साइंस में पीएचडी कर प्रोफेसर बनने की है और प्रोफेसर बनकर शिक्षा के क्षेत्र में वह अपना अमूल्य योगदान देना चाहती हैं उन्होंने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य अर्जुन की चिड़िया की आंख की तरह होना चाहिए तो मंजिल पाने में कोई परेशानी नहीं होगी बेटियों को हर परिवार उन्हें जरूर पढ़ाएं क्योंकि बेटियां दो घरों की रोशनी होती।

रिपोर्ट-कुंवर निर्भय सिंह 

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