आरटीओ साहब किसके इशारे पर पूरनपुर से बरेली तक संचलित हो रहे अवैध वाहन
पूरनपुर-बरेली को धड़ल्ले से अवैध ईको व डग्गामार वाहनों का संचालन
पूरनपुर। नगर से रेल सेवा शुरू होने में हो रही देरी का खामियाजा यहां के लोगों को भरना पड़ रहा। रोडवेज बसों की कमी होने का फायदा ईको व अन्य डग्गामार वाहन संचालक उठा रहे हैं। यहां से बरेली के लिए प्रशासन की नाक के नीचे अवैध वाहनों कां संचालन किया जाता है। ठूंस कर सवारियां व बिना परमिट चलाने वाले चालक सवारियों से अभद्र व्यवहार भी करते हैं। नगर के मो0 रियाज़ अहमद खान ने इसकी शिकायत शासन स्तर पर करके इनको बंद कराने की मांग की है।
शासन सफर को सुरक्षित बनाने के लिए सख्ती से पेश आ रहा है लेकिन रोज़ाना पूरनपुर स्टेशन चौराहे व असम रोड सिरसा चौराहे से बरेली सेटेलाइट बस अड्डे तक बेखौफ क्षमता व मानक को दरकिनार करते हुए ईको वाहनों का धड़ल्ले से संचालन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी जी, परिवहन मंत्री, पीलीभीत व बरेली के जिलाधिकारियों व सहायक सम्भागीय अधिकारियों को लिखे शिकायत पत्र में कहा गया है कि इसके लिए सवारियों से मोटा किराया वसूला जाता है। स्टेशन चौराहे पर पुलिस चौकी व असम रोड पर पुलिस कर्मियों की तैनाती होने के बावजूद संरक्षण में इन वाहनों का संचालन किया जाता है। इतना ही नहीं महिलाओं से अभद्र व्यवहार, सवारियों को ठूंस-ठूंस करना भरना जैसे कार्य करते हुए प्रशासन व विभाग के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जाती हैं। कभी-कभी एआरटीओ की ओर से की जाने वाली चेकिंग से बचने के लिए पूरनपुर से पीलीभीत न जाकर गजरौला के रास्ते बरेली को इन ईको गाडि़यों को चलाया जाता है। इन अवैध वाहनों से दुर्घटना होने का खतरा भी बना रहता है। संचालकों का कहना है कि वे हफ्ता देते हैं इसलिए उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। विभाग की उदासीनता सरकार की मंशा पर पानी फेर रही है। प्रशासन शायद किसी बड़े हादसे के इंतजार में बैठा है। दुर्घटनामुक्त सफर बनाने के लिए ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की मांग रियाज़ खान ने की है।
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