
चौदह वर्षो बाद भी पूरा नही हो सका वनवास, टंकी बनी फिर भी प्यासे लोग
दशकों से शोपीस बनकर रह गई लाखों की लागत से बनी पानी की टंकी
गजरौला। मोदी सरकार हर घर तक पीने के लिए शुद्ध पानी पहुँचाने की बात कह रही।तमाम योजनाएं भी कार्यान्वित की।जनता तक शुद्ध पेयजल मुहैया कराने जाने का सरकार पुर जोर समर्थन दे रही है। जिससे दूषित पानी पीने से हो रही बीमारियों पर अंकुश लगाया जा सके।
वही गजरौला कस्बे में लाखों की लागत से बनी पानी की टंकी कस्बे के वाशिन्दों की प्यास नही बुझा पा रही। सूरज कली ग्राम प्रधान पति सीता राम ने वताया है। टंकी का निर्माण सन 2005 में बसपा शासनकाल में हुआ था। पानी सप्लाई के लिए पाइपलाइन वुगलाई गोटिया,वेवी सिंह कालोनी, गजरौला मुस्तकिल, गजरौला सहराई, वंजरिया चुडैला सहित लगभग आधा दर्जन गांवों में बिछाई गई। रोड निर्माण के कारण टंकी के पानी सप्लाई पाइप कट गए। तब से आज भी पानी की सप्लाई बंद पड़ी है। इति राय ग्राम प्रघान सहराई पति मनोज राय ने वताया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की।शिकायत के बाद पाईप लाइन बिछाने का काम फिर से शुरू हो गया।कस्बे के बाशिंदे 20 से 30 फुट गहरे नलो का दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। जिससे भयंकर बीमारी फैलने का भी डर बना रहता है। लाखों की लागत से बनी पानी की टंकी महज अब शोपीस बनकर रह गई।ग्रामीण उम्मीद लगाए बैठे है। कि जल्द ही पाइप लाइन बिछाने का कार्य पूरा होगा। और पीने को शुद्ध पानी मिलेगा।
रिपोर्ट-महेन्द्रपाल शर्मा