♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

आजादी के दीवाने दीदार सिंह की पत्नी हरवंश कौर का निधन, राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार

97 वर्ष की थी हरबंश कौर

*पीलीभीत*। नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की सेना के जांबाज सिपाही बिलसंडा के गांव शीतलपुर निवसी सरदार दीदार सिंह की पत्नी हरबंस कौर का निधन हो गया। वे 97 वर्ष की थी। उनकी राजकीय सम्मान के साथ अंतेष्टि की गई और प्रोटोकाल के तहत मजिस्ट्रेट/ तहसीलदार व पुलिस फोर्स ने पुष्पा अर्पित कर सलामी भी प्रदान की। स्वतंत्रता आंदोलन में दीदार सिंह का अहम योगदान रहा था वर्ष 1920 में जन्मे दीदार सिंह नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिंद फौज के सच्चे सिपाही थे। अंग्रेजों की फौज से जंग के दौरान दो गोली भी लगी और कैद भी हो गए और कोड़े भी खाए थे। घर परिवार से दूर रहें तो उनकी पत्नी हरबंश कौर ने भी अग्रेजो की फौज की प्रताडनाए सही। दीदार सिंह के साथ हरबंस कौर भी हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे बुलंद करती रही। 97 वर्ष की हरबंस कौर ने आजादी की वर्षगांठ से एक दिन पूर्व 14अगस्त 2020 को अपनी जिंदगी से जय हिन्द बोल दिया। स्वर्गीय हरबंस कौर के निधन की सूचना पर तमाम लोगों की भीड़ एकत्र हो गई और प्रोटोकाल के तहत मजिस्ट्रेट/ तहसीलदार विपिन पुष्कर लेखपाल प्रवीण कुमार, पुलिस उपनिरीक्षक रामकुमार लहरी ने दिवंगत के पाथिक शरीर पर पुष्प अर्पित किए, साथ ही पुलिस फोर्स के साथ सलामी दी। किसान नेता और क्रांतिकारी विचार मंच उत्तर प्रदेश के संरक्षक देवस्वरूप पटेल और प्रदेशाध्यक्ष मुकेश सक्सेना एडवोकेट पत्रकार ने पहुंचकर पार्थिक शरीर को पुष्प अर्पित कर नमन किया और सभी ने दो मिनट का न मौन रखकर आत्म की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। स्वर्गीय हरबंस कौर दो पाल सिंह और मस्सा सिंह सहित भरापूरा परिवार छोड़ गई। उनकी राजकीय सम्मान के साथ अंतेंष्टि की गई और ज्येष्ठ पुत्र पाल सिंह ने मुखाग्नि प्रदान की।
रिपोर्ट मुकेश सक्सेना एडवोकेट पत्रकार

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000