बहुमुखी प्रतिभा के धनी समाजसेवी अखिलेश्वर सिंह का गोमती तीर्थ स्थल के पास हुआ अंतिम संस्कार
लगातार चालीस वर्ष पंचायत सदस्य के रूप में जनता की सेवा
वॉलीबॉल के थे बेहतरीन खिलाड़ी कराई थी कई राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं
अपने राजनीतिक हुनर से पुत्र को बनाया था डीसीडीएफ का चेयरमैन एवं पुत्रवधू को माधोटांडा का प्रधान
माधोटांडा। पूर्व डीसीडीएफ के चेयरमैन के पिता एवं माधोटाडा वर्तमान प्रधान के ससुर, राजनीति के भीष्म पितामह अपने बंगले से युवा राजनेताओं को पाठ पढ़ाने , वॉलीबॉल के बेहतरीन खिलाड़ी, समाजसेवी और चालीस वर्ष तक लगातार पंचायत सदस्य के रूप में जनता की निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले नेताजी के नाम से क्षेत्र में मशहूर का बुधवार की शाम कोविड-19 बरेली के एक अस्पताल में इलाज के दौरान देहांत हो गया था उनके निधन से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई उनकी मौत का समाचार पाकर हर कोई विस्मित हो गया।
माधोटांडा ग्राम पंचायत के सदस्य के रूप में लगातार चालीस वर्ष तक अपनी युवावस्था से लेकर मौत के चार दिन पहले तक जनता की निस्वार्थ सेवा एवं राजनीति के भीष्म पितामह के रूप में क्षेत्र में पहचान बनाने वाले पूर्व डीसी डीएफ पीलीभीत के चेयरमैन योगेश्वर सिंह उर्फ राममूर्ति सिंह के पिता एवं माधोटांडा की वर्तमान प्रधान किरण सिंह के ससुर अखिलेश सिंह( 74)की कोरोना वायरस संक्रमण से बरेली के एक कोविड-19 अस्पताल में उपचार के दौरान बुधवार की शाम निधन हो गया उनके निधन से क्षेत्र में राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से क्षति पहुंच गई श्री सिंह की निधन का समाचार जिस किसी ने भी सुना वह चकित रह गया क्योंकि हर किसी की जुबान पर बस एक ही बात थी कि चार दिन पहले अपने बंगले में बैठकर लोगों की समस्याओं का निदान कर रहे थे शोकाकुल परिवार की पुत्र वधू प्रधान किरण सिंह, योगेश्वर सिंह उर्फ, कामेश्वर सिंह , निकेश्वर सिंह महेश्वर सिंह देवेश्वर सिंह को लोग कोविड-19 संक्रमण के बचाव के कारण फोन से शोक संवेदना व्यक्त कर रहे हैं
लगातार चालीस वर्ष तक रहे माधोटांडा ग्राम पंचायत के सदस्य
राजनीति पर अपनी अच्छी पकड़ पकड़ने वाले अखिलेश सिंह युवा अवस्था में ही राजनीति का चस्का लग गया था वर्ष 1973 में पहली बार वह ग्राम पंचायत सदस्य के रूप में चुने गए तब से लेकर 2015 तक लगातार तक माधोटांडा ग्राम पंचायत सदस्य बन कर जनता की निस्वार्थ भाव से सेवा करते रहे
वॉलीबॉल के थे बेहतरीन खिलाडी
पंचायत एक्ट को बारीकी से जानने वाले अखिलेश्वर सिंह राजनीति और समाज सेवा के साथ-साथ वॉलीबॉल गेम के बहुत बड़े शौकीन थे उन्होंने अपने कस्बा माधोटांडा में राज्यस्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता का भी आयोजन कराया
अपनी राजनीतिक सूझबूझ से श्री सिंह ने अपने बड़े पुत्र योगेश्वर सिंह उर्फ राममूर्ति को डीजीडीएफ पीलीभीत का चेयरमैन बनवाया था और वर्ष 2015 -16 मे योगेश सिंह की पत्नी किरण सिंह को माधोटांडा ग्राम प्रधान बनवाने में अहम भूमिका निभाई
पूर्व प्रधान एवं ग्राम पंचायत सदस्यों ने बताया राजनीतिक नुकसान
कस्बा माधोटांडा में राजनीति के भीष्म पितामह कहे जाने वाले श्री सिंह के निधन पर समाजसेवियों, खिलाड़ियों और राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई हर किसी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया लोगों ने उनके निधन को सामाजिक राजनीतिक दृष्टि से होने वाली क्षेत्र की बहुत बड़ी क्षति बताया
कस्बा के पूर्व प्रधान रहे धनीराम कश्यप
ने बताया कि सही मायने में असली राजनीति के मायने जानने वाले श्री सिंह थे मैं जब कस्बा का प्रधान था और वह सदस्य तब हर बड़ी मुश्किलों को वो आसानी से हल कर देते थे उनके द्वारा किए गए निदान का कोई काट नहीं होता था
पूर्व ग्राम पंचायत सदस्य और पत्रकार
महमूद मियां ने बताया कि श्री सिंह जिंदादिल इंसान थे उनके निधन से बहुत बड़ा आघात हुआ है हमने तो उन्हें अपने पिता के समान हमेशा समझा आज ऐसा लग रहा है कि दोबारा से मेरे पिता का निधन हुआ है
सरदार गुरनाम सिंह बताया कि श्री सिंह जनता के प्रति निस्वार्थ भाव से सेवा करने वाले थे दिन रात किसी भी समय उनको जब याद किया तो जनता के साथ चल लेते थे
पूर्व ब्लाक प्रमुख नवीन सिंह ने बताया
किसी भी सिंह समाजसेवी एवं कुशल राजनीतिज्ञ थे मैंने भी उनसे राजनीति गुर सीखे आज उनके देहांत का जब समाचार सुना तो बड़ा दुख हुआ ईश्वर से विनती है कि शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करें
गोमती उद्गम तीर्थ स्थल पर हुआ अंतिम संस्कार
गोमती उद्गम तीर्थ स्थल के श्मशान घाट पर श्री सिंह का अंतिम संस्कार किया गया अंतिम संस्कार के समय संस्कार में शामिल होने वाले उनके बड़े पुत्र योगेश्वर सिंह उर्फ राम मूर्ति उन्हें मुखाग्नि दी साथ मे पुत्र कामेश्वर सिंह निकेश्वर सिंह एवं धीरेंद्र सिंह पीपी किट में मौजूद थे।
रिपोर्ट-कुँवर निर्भय सिंह
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