ठेकेदार पर बारदाने के नाम पर 40 हजार डकारने का आरोप, किसान ने धान न तुलने पर एसडीएम के सामने दी आत्महत्या की धमकी, मौन साध गए अफसर, लाइव देखें क्या हुआ बबाल
घुंघचाई। धान क्रय केंद्र पर शिकायत के बाद पहुंचे एसडीएम व तहसीलदार के सामने ही काश्तकार ने धान ना खरीदे जाने पर आत्महत्या करने की धमकी दी। क्रय केंद्र के उठान ठेकेदार पर 40000 लेने का आरोप लगाया। मामले को सुनकर विभागीय अधिकारी सन्न रह गए लेकिन ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं की।यह मामला दिलावरपुर धान क्रय केंद्र का है जहां आज पूरनपुर के उपजिलाधिकारी राजेंद्र प्रसाद व तहसीलदार पहुंचे थे। उनके सामने ही काश्तकार द्वारा अपनी माता के कैंसर से पीड़ित होने की जानकारी देते हुए यह बताया गया कि यहां के ठेकेदार द्वारा पहले ही उनसे ₹40000 बारदाने के नाम पर ले लिए गए। जब यह बात उठी तो बवाल हो गया। अधिकारियों के सामने ही ठेकेदार और काश्तकार में तीखी झड़प हुई। किसान ने धान न चलने पर आत्महत्या तक की धमकी अफसरों के सामने दे डाली। लिंक पर क्लिक कर देखिये वीडियो-
आक्रोश भापकर अधिकारियों ने मामले की सुलह समझौता कराने के प्रयास किए और कहा कि आपका सारा धान क्रय केंद्र पर खरीदा जाएगा लेकिन किसान का आरोप था कि उसे लंबे अरसे से बरगलाया जा रहा है। कई लोगों ने विभिन्न मांगों को लेकर उप जिलाधिकारी के सामने अपनी समस्या रखी जिन का निदान होते नहीं देखा गया ।अब किसान इस बात को लेकर परेशान है कि लंबे अरसे से धान सेंटर पर लाने के बाद उसकी रखवाली कर रहा है लेकिन उसकी धान की खरीद नहीं की जा रही है। इस दौरान जागरूक किसान महेंद्र सिंह ने खुद उप जिलाधिकारी के समक्ष समस्याओं को अवगत कराया जिन का निदान नहीं हो पाया।

वही किसानों ने अन्य कई समस्याएं बताई जिस पर उन्होंने क्रय केंद्र प्रभारी के अलावा उठान व्यवस्था देखने वाले ठेकेदार को व्यवस्था सुधारने के कड़े निर्देश दिए। भ्रष्टाचार पर अफसरों के मौन की काफी चर्चा रही। किसानो का धान समय रहते नहीं खरीदा जा रहा है। जिससे किसान परेशान है। रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी।