♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

मांगपत्र : “हम सबकी सुन लेना बिल्कुल करना नहीं बहाना, फ़िल्म सिटी साहब जी तुमको पीलीभीत बनवाना”

      फिल्म सिटी

हम सबकी सुन लेना, बिल्कुल करना नहीं बहाना।
फिल्म सिटी साहब जी तुमको पीलीभीत बनवाना।
नगरी जो चलचित्र कहाती चित्र चरित्र बताना।
सुंदरता है छुप कर बैठी बाहर लाइ दिखाना।
है पीटीआर यहां का जंगल सुंदरता की खान।
चूका पिकनिक और बाइफरकेशन से पहचान।
सप्त सरोवर काफी सुंदर सबको खूब लुभाता।
है कैनाल साइफन सुंदर कल कल स्वर जल गाता।
है अथाह जलराशि यहां पर कहें शारदा सागर।
बीस किलोमीटर में पानी मछली का भी आगर।
चूका पिकनिक में रहना तो बुकिंग करा लो घर से।
जंगल के बंगलों में रहना मुक्ति दिलाये डर से।
नहरों के नीचे से नहरें सभी साइफन न्यारे।
वन्य जीव भी काफी सुंदर लगते सबको प्यारे।
नैनीताल, कार्बेट, दुधवा पीलीभीत के पास।
पर्वत माला भी बिखरी हैं भरतीं मन उल्लास।
जल जंगल जमीन दे देंगे दे दीजे मंजूरी।
फिल्म सिटी की सभी खूबियां बनना यहां जरूरी।
जो विकसित है उसे बढ़ाना बोलो क्या लाचारी
नकली पर्वत, वन, नहरों के बनने में दुश्वारी।
होगा और खजाना खाली सोंचो और विचारो।
दावा बिल्कुल ठीक इसलिये आंख मीच स्वीकारो।
राजपाल यादव बतलाते फिल्मसिटी के तर्क।
नेता अभिनेता में हमको नजर आ रहा फर्क।
गोमति तट पर फिल्मसिटी का करो आप आयोजन।
पाप काट देंगी सब गोमा होगा सफल प्रयोजन।
फ्री जमीन और जल जंगल मिल जाएगा बाबा।
पिछड़ा बहुत इलाका बन जायेगा काशी-काबा।
जितने की जमीन उतने में फिल्म सिटी बन जाए।
सुंदरता इतनी होगी जन जन के मन को भाए।
माना सड़क वायु अड्डा भी है थोड़ी दुश्वारी।
शुरू बरेली वाला अड्डा मुश्किल घटे हमारी।

इस लिंक से सुनिये राजपाल यादव जी की सीएम योगी जी से मांग-

https://youtu.be/IKclRpMOk7g

हम सबकी सुन लेना बिल्कुल करना नहीं बहाना।
फिल्म सिटी साहब जी तुमको पीलीभीत बनवाना।।


रचनाकार-सतीश मिश्र ‘अचूक’

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000