समय से पूरनपुर की चीनी मिल न चलने से किसानों के साथ मिल को भी होगा घाटा : मंजीत सिंह
दिo किसान सहकारी चीनी मिल पूरनपुर के G.M रमाकांत वर्मा की घोर लापरवाही के कारण चीनी मिल पूरनपुर के गन्ना किसानों को खून के आंसू रोने को मजबूर कर दिया है। जनपद पीलीभीत की सभी चीनी मिलों ने 25 दिन पूर्व ही गन्ने की पेराई शुरू कर दी लेकिन दि0 किसान सहकारी चीनी मिल पूरनपुर आज भी मरम्मत के अभाव में बन्द पडी है। गन्ना किसानों की पेड़ी गन्ना सप्लाई ना होने के कारण पेड़ी के खेतों में गेहूं की बुवाई नहीं हो सकी जिससे चीनी मिल पूरनपुर क्षेत्र के किसानों को बहुत अधिक आर्थिक घाटा सहन करना पड़ेगा जिसकी भरपाई नहीं हो सकेगी। इससे और ज़्यादा गन्ना किसानों के साथ क्या कुठाराघात हो सकता है। चीनी मिल पूरनपुर क्षेत्र के गन्ना किसानों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है। इस सिस्टम के आगे किसान लाचार व बेबस हैं। खेद इस बात का है कि गन्ना किसानों की पीड़ा को किसी भी जनप्रतिनिधि ने सुना समझा नहीं। पूरनपुर चीनी मिल इस क्षेत्र का नाममात्र का छोटा सा उद्योग है वह भी जर्जर हालत में है इससे और किसानों के लिए दुख की बात क्या हो सकती है। चीनी मिल देर से चलने से गन्ना किसानों को तो घाटा होगा ही लेकिन उसके साथ-साथ चीनी मिल को भी घाटा होना तय है क्योंकि चीनी मिल देरी से चलने के कारण क्षेत्र का गन्ना दूसरी प्राइवेट चीनी मिलों में जा रहा है। इस से मैं समझता हूँ कि इस बार चीनी मिल को कम गन्ना पेर कर समय से पहले बन्द करना पड़ेगा जिससे चीनी मिल का घाटा भी और बढ़ेगा ।
मंजीत सिंह
जिला अध्यक्ष भारतीय किसान यूनियन अराजनैतिक
जनपद पीलीभीत ।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें