हिट रहा टॉप फाउंडेशन का पहला कवयित्री सम्मेलन

हिट रहा टॉप फाउंडेशन का पहला कवयित्री सम्मेलन

कवयित्रियों के साथ जिला पंचायत अध्यक्ष डाक्टर दलजीत कौर जी

ने भी किया काव्य पाठ। इस लिंक से सुनिए

https://youtu.be/6JBlawkTEfM?si=Ao8-yWKGWgOR9xeB

विधायक की धर्म पत्नी, जिपं अध्यक्ष और ब्रम्ह कुमारी बहन ने कवयित्रियों को किया सम्मानित

पूरनपुर। नगर में आयोजित जनपद का पहला कवयित्री सम्मेलन पूरी तरह सफल रहा। तय समय में कवियत्रियों ने सधा हुआ संतुलित काव्य पाठ करके श्रोताओं के दिल में जगह बनाई। सभी श्रोता वाह-वाह करते नजर आए।यहां पहुंचे जनपद के प्रमुख कवियों संजय पांडे गौहर 

https://youtu.be/YT3Y33nOxHI?si=ZEqzVEaGHswYysKh

पंडित राम अवतार शर्मा

https://youtu.be/alXzfpVX2bA?si=Bo0iL7s6VZ0_Km6v

अविनाश चंद्र मिश्र, उमेश अदभुत

https://youtu.be/UDeJP2d-v3o?si=wHgbnelo3qoJ_BXF

अमिताभ मिश्र

https://youtu.be/gU-5ymtVDjY?si=f0hIG4PhLmWFZLlR

देवशर्मा विचित्र, डाक्टर यूआर मीत, राजेश राठौर, विकास आर्य ने कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की।

जिला पंचायत अध्यक्ष डॉक्टर दलजीत कौर की कविता पर भी खूब तालियां बजीं।

https://youtu.be/6JBlawkTEfM?si=Ao8-yWKGWgOR9xeB

विधायक बाबूराम पासवान भी कवयित्रियों का हौसला बढ़ाने पहुंचे। उनकी धर्मपत्नी राम बेटी पासवान, ब्रह्माकुमारी रीमा बहन और जिले की प्रथम नागरिक डॉ दलजीत कौर ने सभी कवित्रियों को सम्मानित किया। इस अनूठे कार्यक्रम का आयोजन टॉप फाउंडेशन द्वारा किया गया था।

मधुबन होटल की छत पर सजी कविता की महफिल में कार्यक्रम का शुभारंभ
आयोजक गिरिजा शर्मा की वाणी वंदना से हुआ। उन्होंने पढ़ा

आदि नहीं अंत नहीं, पार नहीं सीमा नहीं,
ऐसे पारावर में समाई आदि शक्ति हो।

संयोजक व संचालक की संयुक्त भूमिका निभा रहीं डाक्टर नीराजना शर्मा ने फरमाया

https://youtu.be/Nkj1gH6ukCA?si=kpMn44cIh1qzxljD

मैं कर्म का विश्वास हूं आशा नही बस जीत की।
मैं भ्रामरी का गीत हूं लिप्सा नही मनमीत की।

सुगंध अग्रवाल की रचना

https://youtu.be/1RlXbRr4ciA?si=Pm_CyR1RkgeWwyRU

मैं बेटी हूं तुम्हारी मां, सदा पूजा करूं तेरी
वतन के वास्ते जीती हूं, इस पर जां फिदा मेरी।
जो द्रोही देश का बनकर नजर इस पर बुरी डालें,
मैं लक्ष्मी बाई बन गरजू बचाने आबरु तेरी।
सुनाकर तालियां बटोरीं।

सुषमा आर्या ने पढ़ा

https://youtu.be/MjOIcnJk6Cw?si=KnGAoYXcjO6WEjzo

हर मुश्किल पर मुश्किल मर्ज हो रही है,
ज़िन्दगी थोड़ी थोड़ी रोज ख़र्च हो रही है।

लखनऊ से आई स्वाति मिश्रा ने कुछ यूं फरमाया

https://youtu.be/nAXsipWdSlY?si=QI2DvYh7ruscrlKx

बेटियों बिन वंश कब आगे को बढ़ता है।
बेटियां ही सृष्टि का आधार होती हैं।।

इनवर्टिस विवि की प्रोफेसर डाक्टर निष्ठा श्रीवास्तव ने हिंदी की महिमा गाते हुए पढ़ा

https://youtu.be/Jjj8xNKMm8A?si=uKNDm-tkZwEbigZ2

एकांक है हर युवा, जिम्मेदार कौन है,
हर एकांकता का यह सूत्रधार कौन है।

डाक्टर नीता अग्रवाल की रचना

https://youtu.be/KFxZPzXottU?si=27bB6O3TIvg4KTzn

मन हृदय में रमा राम का नाम है।
राम का नाम भव मुक्ति का धाम है।
काफी सराही गई।

कार्यक्रम अध्यक्ष
संगीता सिंघल ने कुछ इस अंदाज में जोश भरा

https://youtu.be/rxfsRPODmp4?si=aIapani7mccgHVSr

फरिश्तों ने किया लेकिन ये अंदाज गुलामी है।
सन सैतालिस से बही हवाएं बेजुबानी है।
वतन के नाम पे बेचा चमन सोने की चिड़िया सा
ये तेरी है ना मेरी है कहानी हिंदुस्तानी है

सुंदर स्वर की मलिका गीता राठौर ने गाया

https://youtu.be/ucQUDJRvreU?si=c-D3DDCzB8kwVuWK

गीत गाती गुनगुनाती
सप्त स्वरों सी जिंदगी,
कभी तार सप्तक पे जाती
कभी मंद्र पर ज़िंदगी।

https://youtu.be/sRAibzoIpNk?si=YepScmAfRZbR_y3A

संजीता सिंह के बोल भी सुनें

साहस हो संस्कार ना छूटें, भारतीयता की पहचान न छूटे।
सबको रंगना अपने रंग में, पर भगवा रंग का मान ना टूटे।
बिंदास रहे।

नवांकुर रमा वर्मा ने कुछ इस अंदाज में सभी का स्वागत किया।

https://youtu.be/A55ZNdaX5FI?si=aVchHKMMYrk1TsFG

स्वागत है अतिथियों का, श्रोताओं का स्वागत है।
मिला जो साथ कवयित्रियों का, उनका भी स्वागत है।

इस लिंक से सुनें रमा वर्मा का संपूर्ण काव्य पाठ 

https://youtu.be/Utguv00mQHM?feature=shared

शायरा सुलतान जहां ने पढ़ा

https://youtu.be/3ROT_Nde11Y?si=DOZyxIuNsvbTAAhZ

और सरोज सरगम ने भी मनमोहक काव्य पाठ किया।

https://youtu.be/C91mZWuJZ0I?si=wgBMZT7-XWJqu2TP

अतिथियों के सम्मान व ब्रम्हकुमारी रीमा बहन के संदेश से कार्यक्रम पूर्ण हुआ।

https://youtu.be/9p009hMSY68?si=M3rY6fc8pxYEktH9

आभार ज्ञापन टॉप फाउंडेशन के संस्थापक अध्यक्ष सतीश मिश्र अचूक ने किया।

वरिष्ठ कवि संजय पांडे गौहर की तरफ से मंचीय मातृ शक्तियों को तंदुल और संयोजक डाक्टर नीराजना शर्मा जी ने नव वर्ष की डायरी व पेन भेट किए। काफी संख्या में महिला पुरुष श्रोता मौजूद रहे और सभी ने मुक्त कंठ से इस अनूठे आयोजन की प्रशंसा की।

इस लिंक से सुनें कार्यक्रम की पूरी खबर

https://youtu.be/canRnGn-T98?si=rLyBt-iDpG5r3jMo

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