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पीलीभीत का सबसे सस्ता पिकनिक स्पॉट बना सप्त सरोवर, सिर्फ 10 रुपए में कीजिए सैर

90 लाख खर्च करने के बाद भी नहीं बदली सप्त सरोवर की सूरत

अधिकांश ताल खाली, पीला ईंट से कराए जा रहे काम

एयर कंडीशनर न लग पाने से रोक दी गई बुकिंग

https://youtu.be/B8IETjfzmfA?si=k_MkycV_0mjaKeah

पीलीभीत। सप्त सरोवर यानी सात झाल को सजाने संवारने में टाइगर रिजर्व प्रशासन द्वारा 90 लाख रुपया खर्च किया गया परंतु सप्त सरोवर की सूरत नहीं बदल पाई। आज भी अधिकांश ताल सूखे पड़े हैं और जहां पानी है वहां खरपतवार ने बसेरा बना लिया है। बाउंड्रीबाल आदि बनाने के काम पीली ईंट से कराए जा रहे हैं। बिजली न होने के कारण एयर कंडीशनर नहीं लग पाए हैं और एयर कंडीशनर न लगने से फिलहाल बुकिंग रोक दी गई है।

पीलीभीत टाइगर रिजर्व में चूका पिकनिक स्पॉट के अलावा एक नया पिकनिक स्पॉट सप्त सरोवर घूमने व रहने के लिए सैलानियों की पहली पसंद होने के कारण यहां करोड़ों रुपए के काम कराए गए। दो पक्के मचान ऊंचाई पर बनाए गए जबकि दो वाटरप्रूफ टेंट लगाकर रहने की वीवीआईपी व्यवस्था की गई है। रिसेप्शन, प्रसाधन और कैंटीन भी खोली गई है। यह सब काम पूरे हो गए हैं परंतु करोड़ों रुपया फूंकने के बाद भी सप्त सरोवर पर रौनक नहीं लौट पाई है। लगभग सभी ताल सूखे पड़े हैं। बिजली न होने के कारण मचान और टेंट में एयर कंडीशनर नहीं लग पाए हैं और भीषण गर्मी होने के कारण बिना एयर कंडीशनर लगाए इनकी बुकिंग फिलहाल टाइगर रिजर्व के उप निदेशक द्वारा रोक दी गई है। जिसके चलते यह सब ताम-झाम सफेद हाथी साबित हो रहा है। जहां अधिकांश ताल सूखे पड़े हैं वही जिन नीचे के दो तालों में पानी है वहां खरपतवार इतना अधिक है कि इसकी रौनक गायब सी नजर आ रही है। हालांकि ऊपर के दो-तीन ताल में फव्वारे लगा दिए गए हैं जो इसके ही पानी को प्रेशर से उछलते अच्छे लग रहे हैं।कैंटीन में भी खाने-पीने की कोई खास वस्तुएं उपलब्ध नहीं हैं।
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पीला ईंट लगाकर उड़ाया जा रहा बजट


सप्त सरोवर को जंगली जानवरों से सुरक्षित करने के लिए बाउंड्री वॉल बनाने का प्रोजेक्ट भी शामिल है। बाउंड्री वॉल बनाने के लिए पीला ईट का प्रयोग खुलेआम किया जा रहा है परंतु विभागीय अधिकारी जानकर भी खामोश बने हुए हैं। कम सीमेंट और मोरिंग की जगह नहर का रेत लगाकर सरकारी धन का बंदरबांट किया जा रहा है।
इसके चलते यह बाउंड्री वॉल अधिक समय तक चल पाएगी इस पर संशय बना हुआ है। सप्त सरोवर में वन विभाग का कोई भी कर्मचारी फिलहाल नहीं है, जो गार्ड था उसे भी हटा दिया गया है। कैंटीन आदि में समूह की महिलाओं द्वारा ही जिम्मेदारी निभाई जा रही है। सरोवरों को भरने के लिए पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। अगर 10-20 सोलर पंप लगा दिए जाते तब भी इनको भरने के लिए पानी हो सकता था। बिना पानी के लिए सभी सरोवरों की शोभा खराब हो रही है। हालांकि पर्यटकों व बच्चों के लिए खेल आदि की व्यवस्थाएं अलग हटकर की गई हैं और एक ऊंचा वाच टावर बनाया गया है परंतु इस सबसे पर्यटक आकर्षित नहीं हो पा रहे हैं और यहां सैलानियों की आमद काफी कम बनी हुई है। सेल्हा मेला न हो पाने से भी सप्त सरोवर की रौनक फीकी हुई है।
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यह कार्य होने से बेहतर होगा पर्यटन

यहां स्विमिंग पूल की तरह सप्त सरोवर के तालाबों को विकसित किया जाना चाहिए। साफ सफाई बेहतर हो और पानी भरने व बदलने की व्यवस्था भी सोलर पंपों के जरिए की जानी चाहिए। नीचे के सरोवर साफ हों और कमल आदि के पुष्प खिले तो रौनक बढ़ेगी। सैलानियों के ठहरने व भोजन की उत्तम व्यवस्था कराये जाने की भी जरूरत महसूस की जा रही है। सैलानियों को सुरक्षित करने के लिए सुरक्षाबाड़ बनाया जाना भी अति आवश्यक है। तालाबों के ऊपर जो पक्का फील्ड पड़ा है उसमें खेलने की अच्छी व्यवस्था कराई जा सकती है। सफारी के फेरे बढ़ाकर और भरपूर प्रचार प्रसार करके भी इस नव विकसित पर्यटन स्थल पर रौनक लाई जा सकती है। यहां की व्यवस्था भी वन निगम के हवाले की जानी चाहिए।
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सबसे सस्ता सप्त सरोवर, सिर्फ 10 रुपया इंट्री फीस

यहां बता दें कि सप्त सरोवर टाइगर रिजर्व का सबसे सस्ता पर्यटन केंद्र बन गया है। बाइफरकेशन से साइफन की तरफ से सफारी गाड़ी से सप्त सरोवर जाना तो महंगा है पर इससे अलावा दूसरे मार्ग की बात करें तो चूका एसएसबी पोस्ट खारजा नहर पुल से आगे सेल्हा बाबा की मजार होकर जाने की भी सुविधा है। यहां की इंट्री फीस सिर्फ 10 रुपया प्रति व्यक्ति रखी गई है, जो चूका पिकनिक स्पॉट के महंगे पर्यटन को देखते हुए काफी सस्ता है। इसके कारण यह जनपद के आम वाशिंदों की पहुंच में भी होगा। चूका पोस्ट के पास सप्त सरोवर के लिए एक स्वागत द्वार भी बनाया गया है।
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घटिया काम किसी कीमत पर नहीं होने देंगे : विधायक

सात झाल को अच्छे ढंग से विकसित कराने के लिए करोड़ों रुपया मंजूर कराया है। चुनाव में व्यस्त होने के कारण उधर देख नहीं पाया हूं, अगर घटिया निर्माण किया जा रहा है तो उसे रुकवाऊंगा। गड़बड़ी करने वालों को जेल भिजवाया जायेगा। यहां जिले के आम लोगों को सस्ता पर्यटन उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

बाबूराम पासवान, भाजपा विधायक पूरनपुर।

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