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खबरों की मरम्मत : जरा यह तो बताइए सीमा की सुरक्षा कौन कर रहा भागवत जी?

खबरों की मरम्मत नाम का कालम पाठको के मनोरंजन हेतु शुरू किया जा रहा है। प्रमुख समाचार पत्रों की खबरों के शीर्षक पर आधारित यह मरम्मत व्यंगात्मक है कोई इसे अन्यथा न ले। आनंद लीजिये आज के पत्रों के शीर्षकों से-
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युद्ध नही तो क्यों शहीद हो रहे सैनिक : भागवत

-भागवत जी सवाल औचित्यहीन है यह तो सोच लिया होता कि सीमा की सुरक्षा भी अहम है। क्या वहां आपने हाफपैंट आर्मी तैनात कर रखी है। देश को जरूर बताइयेगा।।

यूपी में गरीब सवर्णो को 10 फीसदी आरक्षण लागू

योगी जी यह झुनझुना न पकड़ाते तो ठीक था। पूरे देश मे जातिगत नही इसी तर्ज पर आर्थिक आधार पर आरक्षण लागू कराइये न। या इसे जड़ से समाप्त कराने का साहस कीजिये।

स्वच्छता सर्वेक्षण में पीलीभीत फिसड्डी

-अरे यह तो होना ही था। झूठ कब तक टिकेगा।

खुटार रेंज में शिकारियों ने गुलदार को मार डाला

पहले चलतुआ में बाघ मारा और अब लुकटहा में तेंदुआ। आखिर क्यों? कुत्ता बिल्ली हिरन खाकर पेट नही भरता क्या?

भाजपा के बूथ अध्यक्ष ने की आत्महत्या

-अरे भाई इतनी जल्दी क्या थी? चुनाव परिणाम का इंतजार तो कर लेते? क्या बूथ हारने का डर था? गए भी तो पेड़ पर चढ़कर।

पाकिस्तान ने तोड़ा संघर्ष विराम जवाबी करवाई में एक रेंजर ढेर

-अरे भाई संघ प्रमुख भागवत जी को तो बताया होता। वे खुद मोर्चा सम्हाल लेते।

टाइगर रिजर्व की बनेगी वेबसाइट

-अरे भाई 4 साल से बनवा रहे है 40 बार छप गया होगा, क्यों नही बन पा रही है। जरा पूछो तो बाधा क्या है। ऐसा तो नहीं हर सीजन बनवाते हों वेबसाइट।

आवारा कुत्तों से नही मिल रही निजात

-आवारा पशुओं की व्यवस्था तो होने लगी है। यूँ ही छापते रहे तो कुत्ता आश्रय ग्रह भी बनेंगे पर भाई जी फोटो तो लगा दिया करो।

डॉक्टरों के यहां मिले 40 करोड़

-सही जगह छापा। जनता की खून पसीने की लूट करके यह सब जमा किया गया धन निकलने पर जनता के चेहरे पर मुस्कान जरूर लौटेगी। यही तो नही है कालाधन?

ट्रेन संचालन का जिम्मा निजी कंपनियों को देने पर विचार

विचार क्यों दे ही डालो, आपके …….का राज जो ठहरा। अंग्रेजो ने बनाई, लालू ने कमाई करके मुनाफा दिखाया तुमसे चलाई भी नही जा रही , क्या कोई अडानी अम्बानी के नाम करनी है भारतीय रेलवे? साफ बताओ न? कर दो 2 महीने बचे हैं सिर्फ।

पूर्व चेयरमैन की बेटी मांस समेत गिरफ्तार

यही कमी बची थी। पूर्व चेयरमेन की बेटी को कोई चुनाव ही लड़वा दो ना? खाली दिमाग शैतान का घर होता है।

पकड़ी गई किशोरी को कई दिन थाना में रखा

-क्यों न रखें, घर से गई क्यों थी? गई थी तो 11 दिन सरकारी मेहमानी खिला दी। एसपी साहब न फटकारते तो मेहमाननवाजी जारी रहती।

अचानक सांस फूलना ही स्वाइन फ्लू का मुख्य लक्षण

सांस तो मेरी भी फूल रही है हो सकता है आपको भी यह दिक्कत हो? लंबी सांस लेकर या दौड़ कर देखिये न। चलो बार्ड खोजते हैं। डॉक्टर साहब ने यूँ ही तो नही बोल दिया की वार्ड बन गया।

लोकसभा चुनाव का ऐलान मार्च के पहले हफ्ते में संभव

-अरे साहब बहुत सर्दी है। क्यों गर्मी बढ़ा देंगे। थोड़ा सब्र तो बनता है। राज करने दो ना।

बरखेड़ा और बीसलपुर थाने के बीच उलझा पंचनामा

-काश पुलिस की रिश्तेदार होती मृतक महिला। एक तो कानून को बदमाशो का ठेंगा ऊपर से पुलिस की असंवेदनशीलता। 

जय जवान जय किसान अब जय अनुसंधान : राहुल

-दूसरे अखबार की नाकामी को आपने पूरा किया। बधाई आपको। जब पायदान बदल गया तो जिम्मेदारी बढ़ेगी ही। उठाने को तैयार रहिये सर।

महिला ने जिंदा दफनाई 15 दिन की बच्ची युवक ने निकाला

-क्या यही है बेटी बचाओ अभियान, महिला को जेल कब भेजोगे?

“अचूक”

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