सेंटरों पर नहीं बारदाना, अपनी बारी का इंतजार करते बोर हो रहे किसान
घुंघचाई। धान क्रय केंद्र पर बारदाना ना आने के कारण काश्तकार कई दिनों से अपने धान की रखवाली करने के लिए लंबे अरसे से रखवाली कर रहा है वही महीन धान नहीं खरीदा जा रहा है जिससे किसानों को भारी क्षति पहुंच रही है किसानों ने क्रय केंद्र पर लंबे अरसे से धान की रखवाली करने के बाद महेंद्र धान को हटाने के लिए शिकायत करने के बावजूद अमल ना होने पर बमुश्किल हटाया जिससे काश्तकारों को परेशानियां हो रही हैं जिससे किसान कम तरीके से धान खरीद होने से खफा देखे गए और उन्होंने प्रदर्शन कर अपनी भड़ास निकाली व्यवस्था को सुधारने की मांग की गई है। घुंघचाई समिति पर पीसी एप का क्रय केंद्र लगा है जहां पर गांव के किसान अपना धान बिक्री करने के लिए लंबे समय से अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं लेकिन यहां पर बारदाना ना आने के कारण किसानों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं लंबे अंतराल से किसान अपने धान की ढेरों की रखवाली करता देखा जा रहा है लेकिन उप जिला अधिकारी के अलावा अन्य कई लोग औचक निरीक्षण करके खानापूर्ति कर रहे हैं लेकिन बारदाना भेजने की व्यवस्था ठप है जिसके चलते काश्तकार परेशान है वही क्रय केंद्र पर इस बार 26 26 प्रजाति का महीन धान बड़ी तादाद में आया था जिसकी खरीद ही क्रय केंद्र पर की गई और जो इस क्रय केंद्र से धान मिल अनुबंधित थे उनके पास महीन धान खरीद के लिए और कुटाई के लिए मशीनें नहीं है जिन्होंने महीन धान लेने से साफ इंकार कर दिया जिससे काश्तकार तो परेशान हुआ ही वही क्रय केंद्र प्रभारी भी उस धान की खरीद करने के बाद परेशान हैं इस मामले में जब क्रय केंद्र प्रभारी वेद प्रकाश शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह समस्या जटिल है और विभाग के लोगों को बताया गया कि स्थान को खरीदने के बाद कागजों पर चढ़ा भी दिया गया है लेकिन इसको कौन ले जाएगा कहां इसका ठौर ठिकाना होगा कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है वही महीन धान की खरीद की गई थी और जब फरमान बड़े अधिकारियों का आया तो एक ढेरी से धान खरीदने के बाद कॉल बंद कर दी गई अब किसान के द्वारा शिकायत करने के बाद कोई सुनने को तैयार नहीं है एसआईटी गठित करने की बात जिलाधिकारी के माध्यम से कही गई थी लेकिन इस पर अमल नहीं किया गया नहीं बारदाना ना आने के कारण क्रय केंद्र पर तौल ठप्पा है जिस से खफा होकर काश्तकारों ने आज जमकर अपनी भड़ास निकाली और प्रदर्शन करते हुए व्यवस्था को ठीक करने की मांग की इस दौरान यहां पर प्रमुख रूप से गुलशेर नछत्तर सिंह बिल्किस ब
सोमवती रानी देवी सियाराम रामदास जंग बहादुर सिंह नन्हे मिश्रा श्री कृष्ण भारती सहित कई प्रमुख लोग प्रदर्शन
करने वाले लोग थे।
थोड़े दिन ही ठीक रही व्यवस्था
धान खरीद की व्यवस्था कभी भी बेहतर और अच्छी नहीं रही शुरुआत में जनपद के जिलाधिकारी के प्रयास सार्थक रहे काश्तकारों की उपज के लिए धान क्रय केंद्र स्वीकृत किए गए थे जिन पर स्पष्ट रुप से लिखा था कि मोटे और महीन धान का धान किस रेट में खरीदा जाएगा लेकिन क्रय केंद्रों पर अटैचमेंट में राइस मिलर हावी हो गए जानबूझकर महीन धान इस बार नई प्रजाति का 26 26 बड़ी तादाद में लगाया गया उसे खरीदा नहीं जा रहा है क्षेत्र के कई काश्तकारों के पास बड़ी तादाद में यह धान लगाया गया जिसकी उपज बेहतर थी जिससे काश्तकारों ने समझा कि हमारी आर्थिक व्यवस्था अच्छी होगी लेकिन सरकारी क्रय केंद्रों पर महीन धान की खरीद नहीं की जा रही है प्रशासन भी इस मामले में मौन व्रत रखे हुए हैं जिससे काश्तकारों को काफी सुविधाएं हो रही है यह धान किसान अब कहां और कैसे बेचे इसको लेकर के किसान परेशान है कोई सुनने के लिए तैयार नहीं है ना इस मामले में खुद जिलाधिकारी ने इस आईटी बनाकर समस्या के समाधान की बात कही थी लेकिन अमल नहीं हुआ किसान परेशान है।
रिपोर्ट-लोकेश त्रिवेदी
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