♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

पहले गोमती व पर्यटन और अब कोविड संक्रमितों की मददगार बनीं “दीपिका”

लखनऊ। दीपिका चतुर्वेदी एक ऐसा नाम है जो लोगों की हर समय मदद करने के लिए तैयार रहती है। कोविड संक्रमण में गत वर्ष उन्होंने लोगों की भरपूर मदद की। इस वर्ष दूसरा दौर शुरू हुआ तो बेड, ऑक्सीजन और दवाइयों की कमी से जनता त्राहिमाम करने लगी। ऐसे में खुद का स्वास्थ्य ठीक ना रहने के बावजूद ड्रीम मेंगोज की चेयरमैन दीपिका चतुर्वेदी ने लोगों के लिए बेड, ऑक्सीजन व दवाइयों की व्यवस्था कराई। अपने शहर लखनऊ ही नहीं पीलीभीत, नोएडा, दिल्ली, कानपुर, मेरठ, बरेली, गुरुग्राम, इलाहाबाद, मुंबई या अन्य कोई शहर। हर तरफ दीपिका चतुर्वेदी को जानने वाले इष्ट मित्र सक्रिय थे। जिन्होंने जैसे ही उनकी अपील सुनी तुरंत ही व्यवस्थाएं करा दी। इससे कई जाने बचाने में भी वे कामयाब रहीं।

इससे पहले दीपका चतुर्वेदी ने आदि गंगा गोमती के लिए pilibhit जहां गोमती मैया का उद्गम है वहां के गोमती भक्तों के साथ मिलकर मुहिम चलाई। गोमती पर एक लघु फिल्म भी बनाई जिसका लिंक नीचे दिया जा रहा है। आप इस लिंक पर क्लिक करके यह फिल्म देख सकते हैं-

https://youtu.be/PPNKu1FylIw

pilibhit के जंगल जब टाइगर रिजर्व घोषित हुए यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं देखने को मिली। deepika जी यहां के दर्शनीय स्थलों को भी बढ़ावा दिया। उन्होंने pilibhit केे वनों व वन्य जीवो पर भी  एक लघु फिल्म बनाई की जो काफी चर्चित रही।

pilibhit के कवि व पत्रकार satish mishra Achook द्वारा पुस्तक लॉकडाउन के शॉक लिखी गई तो उसमें मजदूरों का गीत सन्नाटा  deepika जी द्धारा फ़िल्मांकित करा कर नए रूप में पेश किया गया। लिंक पर क्लिक कर सुनें गीत-

https://youtu.be/-J6tsvosbRU

उनके द्वारा फिल्मांकित कोरोना काल की शादी के सात वचन भी काफी अधिक प्रचलित हो रहे हैं। लिंक पर क्लिक करके सुने-

https://youtu.be/bVX_r06l2Ms

इसके अलावा भी अक्सर लोगों की मदद के लिए वे आगे रहती है। चाहे पर्यटन का क्षेत्र हो या नदियों के विकास की बात, अथवा गांव या शहरों के उत्थान की बात, हर जगह दीपका चतुर्वेदी सबसे आगे खड़े रहने की होड़ में रहती हैं।

फिल्म जगत के लोग हो या प्रशासनिक सेवा से जुड़े अधिकारी अथवा पत्रकार हर किसी की टीम में deepika chaturvedi शामिल हो ही जाती हैं। उनका यह गुण उन्हे विशिष्ट बनाता है। एक बाल कवि ने deepika chaturvedi पर एक किताब भी लिख दी है जो काफी चर्चित रही।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000
preload imagepreload image
14:23