कलीनगर में 32 और पूरनपुर में 34 लेखपालों पर दर्ज हुआ मुकदमा, आंदोलन जारी

 

पूरनपुर । प्रांतीय आवाहन पर लेखपाल मांगों को लेकर कई बार विरोध जताकर हड़ताल कर चुके हैं। 10 दिसंबर को लेखपालों ने पूरनपुर और कलीनगर मांगों को लेकर दो दिवसीय धरना प्रदर्शन किया था। 13 दिसंबर से मुख्यालय में भी दोनों तहसीलों के लेखपाल हड़ताल में शामिल हुए। राजस्व कार्य और तहसील आने वाले फरियादियों को काफी दिक्कत हुई। जिले में धारा 144 लागू होनेेे के बावजूद धरना जारी रहा। इसको लेकर 17 दिसंबर को दोनों तहसीलों के उप जिलाधिकारी ने कलीनगर के 33 और पूरनपुर के 42 लेखपालों को हड़ताल समाप्त कर काम बापसी का नोटिस जारी किया था। सभी को सरकारी  दस्तावेज भी वापस करने के आदेश दिया गया था। नोटिस का पालन न करने पर ब्रेक इन सर्विस के अंतर्गत कार्यवाही  की बात कही गई थी। इसको लेकर दोनों तहसीलों के चार लेखपाल हड़ताल से वापस आ गए। कलीनगर में बत्तीस और पूरनपुर में चौतीस लेखपालों ने हड़ताल समाप्त नहीं की। रविवार को पूरनपुर और माधोटांडा कोतवाली में आरोपी लेखपालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। कलीनगर तहसील संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार और मंत्री रामगोपाल को बर्खास्त किया गया है। 

एसडीएम बोले

हड़ताल के दौरान लेखपालों को नोटिस जारी कर 24 घंटे में वापस आने की बात कही गई थी। इसके बावजूद लेखपाल ने इस पर अमल नहीं किया गया। इसको लेकर लेखपालों पर ब्रेक इन सर्विस के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। हड़ताल के दौरान वेतन रोकने सहित कई प्रकार की कार्रवाई की जाएगी।

हरिओम शर्मा

एसडीएम, कलीनगर

इन मांगों पर लेखपाल जता रहे हैं विरोध

प्रमोशन, एसीपी, पेंशन विसंगति, सेवा नियमावली एवं तहसीलों में आधारभूत सुविधाएं और संसाधन संबंधी अन्य मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लेखपालो का आरोप है कि लोकसभा चुनाव, मुख्यमंत्री ऋण मोचन योजना, प्रधानमंत्री की कई योजनाए, वृक्षारोपण सहित कई मांगों को लेकर लेखपाल विरोध कर रहे हैं।

रिपोर्ट-शैलेन्द्र शर्मा व्यस्त

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