♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

कब्रिस्तान की पैमाइश हुई लेकिन तूदाबंदी लटकी

घुंघचाई। कब्रिस्तान के सीमांकन को लेकर दो समुदायों में विवाद था जिसको लेकर दोनों पक्षों की ओर से पैमाइश कराने को मांग पत्र दिए गए थे। विभागीय अधिकारियों ने पहुंचकर कब्रिस्तान का सीमांकन करवा दिया लेकिन विभागीय अधिकारियों के मौके पर खड़े होने के दौरान तू दे लगाए जाएंगे इसको लेकर अभी सहमति नहीं बन पाई है। घुंघचाई गांव के नेशनल हाईवे के किनारे कब्रिस्तान की जमीन 1 एकड़ 88 डिसमिल बताई जा रही है जिस पर अनाधिकृत रूप से कब्जे को लेकर कई बार शिकायतें की गई वहीं दूसरे पक्ष द्वारा भी कब्रिस्तान की जमीन के सीमांकन कराने को लेकर मांग पत्र दिए गए थे। विभागीय अधिकारियों द्वारा राजस्व विभाग की टीम को बुधवार मौके पर भेजा गया। कानूनगो कमल कुमार सक्सेना की अगुवाई में कब्रिस्तान की भूमि पर पैमाइश शुरू हुई जिसमें पूरी तरीके से सीमांकन करने के बाद कानूनगो कमल कुमार ने बताया कि कब्रिस्तान के बीच जगह से हाईवे निकला है और सीमांकन के दौरान कब्रिस्तान की भूमि को पैमाइश पूरी पारदर्शिता के साथ की गई है। समुदाय विशेष के लोगों को उनकी जमीन का हिस्सा बताया गया है कि कहां पर सीमांकन किस तरह किया गया है। इसको लेकर थोड़ा विवाद भी हुआ लेकिन दोनों पक्ष के लोग संतुष्ट थे कि आखिरकार कब्रिस्तान की जमीन का सीमांकन सही तरीके से हो गया है। इस दौरान किसी विवाद से निपटने को लेकर पुलिस बल भी बुलाया गया था। प्रभारी चौकी प्रभारी मनोज कुमार ने बताया कि जैसा कि राजस्व विभाग के लोगों ने पारदर्शिता के साथ सीमांकन किया है सभी लोगों को उसे मानना चाहिए और आगामी भविष्य में विवाद ना हो दोनों पक्ष की ओर से पहल हो इस दौरान कानूनगो कमल कुमार ने बताया कि तूदा बंदी की प्रक्रिया विभागीय अधिकारियों के मौके पर उपस्थित होने के दौरान ही हो सकेगी फिलहाल समस्या का निस्तारण मौके पर किया गया है इस दौरान विवादित जगह पर कोई विवाद ना हो इसको देखने के लिए भारी संख्या में लोग मौजूद थे बार हाल सभी प्रक्रियाएं शांति पूर्वक संपन्न हुई राजस्व टीम में प्रमुख रूप से महेंद्र पाल मानसिंह संजीव कुमार अलीजान जीशान बड़े लल्ला मकसूद अहमद द्रोण पालसिंह संजीव अवस्थी अवधेश त्रिवेदी अशोक कुमार शर्मा सहित कई प्रमुख लोग मौजूद रहे

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

क्या भविष्य में ऑनलाइन वोटिंग बेहतर विकल्प हो?

View Results

Loading ... Loading ...

Related Articles

Close
Close
Website Design By Mytesta.com +91 8809666000
preload imagepreload image