
1825 टीमें घर-घर जाकर खिलाएंगी दवा
10 से 27 फरवरी तक चलेगा एमडीए राउंड
स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रांजिट बूथ बनाकर कराया जाएगा दवा का सेवन
पीलीभीत। जिले में 10 फरवरी से शुरू होने जा रहे सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर सीएचसी-पीएचसी स्तर पर प्रशिक्षण का दौर जारी है। एमडीए राउंड के लिए 1825 टीमें तैयार की गई हैं, जो गांव-गांव भ्रमण कर लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाएंगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि 10 से 27 फरवरी तक यह कार्यक्रम चलाया जाएगा। अभियान को सफल बनाने के लिए सहयोगी संस्थाओं पीसीआई और पाथ का सहयोग लिया जा रहा है। इन संस्थाओं द्वारा सीएचसी-पीएचसी स्तर पर स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। अभियान में दो साल से ऊपर के बच्चों और व्यस्कों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाई जानी है, ताकि इस बीमारी पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सके। लोगों को भी इस बीमारी को गंभीरता से लेना चाहिए।
जिला मलेरिया अधिकारी राजीव मौर्य ने बताया कि इस अभियान को सफल बनाने को लेकर 1825 टीमें और 304 सुपरवाइजर लगाए जाएंगे। प्रत्येक टीम की एक सुपरवाइजर निगरानी करेगा। जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में ट्रांजिट बूथ बनाकर दवा का सेवन कराया जाएगा। शेष लोगों को घर-घर जाकर टीमें दवा खिलाएंगी।
डीएमओ ने बताया कि दो से पांच साल के बच्चों को एक गोली एल्बेंडाजाल पीसकर या चबाकर व एक गोली डीईसी, पांच से 15 वर्ष तक के बच्चों को एक गोली एल्बेंडाजाल और दो गोली डीईसी की खिलाई जाएगी। 15 वर्ष के ऊपर के लोगों को एक गोली एल्बेंडाजाल चबाकर व तीन गोली डीईसी का सेवन खाना खाने के बाद कराया जाएगा।
उन्होंने बताया कि दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है। गर्भवती महिलाओं व गंभीर रोग से पीड़ित लोगों को दवा नहीं खिलाई जानी है। उन्होंने जनपदवासियों से अपील की कि फाइलेरिया लाइलाज बीमारी है। इसको गंभीरता से लेते हुए दवा का सेवन जरूर करें। लापरवाही न बरतें।
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